अग्निपथ योजना पर बवाल, बिहार में ट्रेन तो मध्य प्रदेश में ट्रैक पर लगाई आग
सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए केंद्र सरकार द्वारा लॉन्च की गई अग्निपथ योजना को लेकर फैली गलफहमियों के चलते देश के अधिकतर राज्यों में बवाल मच गया है। हजारों की संख्या में युवा सड़कों पर उतर आए हैं और ट्रेनों में आगजनी सहित वाहनों में तोड़फोड़ की हिंसक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। बिहार, मध्य प्रदेश, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में हालत ज्यादा खराब हैं। पुलिस को उपद्रवियों को खदेड़ने में भारी मशक्कत करनी पड़ रही है।
बिहार कई जिलों में हुई हिंसक घटनाएं
योजना के विरोध में बिहार के जहानाबाद, नवादा, कैमूर, छपरा, मोतिहारी और सहरसा में युवाओं ने हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया है। कैमूर के भभुआ रोड स्टेशन पर युवाओं ने पथराव कर इंटरसिटी एक्सप्रेस के शीशे तोड़ दिए तथा एक बोगी को आग के हवाले कर दिया। पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागकर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा। इसी तरह गया, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, आरा, बक्सर, बेगूसराय और भागलपुर जिलों में भी हिंसक प्रदर्शन की खबरें हैं।
यहां देखें ट्रेन में लगी आग का वीडियो
गोपालगंज में भी लगाई ट्रेन को आग
छपरा और गोपालगंज में भी प्रदर्शनकारियों ने चार ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया। जहानाबाद में ट्रैक जाम कर ट्रेन पर पथराव किया गया है। इसमें कई यात्रियों को चाटें आई हैं। पुलिस ने बल प्रयोग कर उपद्रवियों को खदेड़ कर ट्रैक खाली कराया।
भाजपा विधायक के वाहन पर किया हमला
इधर, प्रदर्शनकारियों ने नवादा जिले की वारसालीगंज सीट से भाजपा विधायक अरुणा देवी के वाहन पर भी हमला कर दिया। इस दौरान पुलिस के आने से वह बाल-बाल बच गई। इसी तरह छपरा सदर के भाजपा विधायक डॉ सीएन गुप्ता के घर पर प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की है। इसके अलावा नवादा में प्रदर्शनकारियों ने भाजपा कार्यालय को आग के हवाले कर दिया। हाजीपुर में पुलिस पर पथराव किया गया। पुलिसकर्मियों को भागकर अपनी जान बचानी पड़ी।
बिहार में प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागती पुलिस
पूर्व मध्य रेलवे ने निरस्त की 22 ट्रेनें
बिहार में हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए पूर्व मध्य रेलवे प्रशासन ने बिहार से निकलने वाली 22 ट्रेनों का संचालन निरस्त कर दिया है। इसके अलावा पांच ट्रेनों का संचालन आंशिक रूप से निरस्त किया गया है। इनमें से सहरसा की 10, जहानाबाद की पांच, नवादा, बक्सर, बरुणा, खगरिया की एक-एक, आरा, दलसिंहसराय, नारायणपुर में दो-दो और थानाबिहपुर की तीन ट्रेनें शामिल है। रेलवे ने यात्रियों से हिंसा को देखते हुए अपनी यात्री को टालने की भी अपील की है।
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में रेलवे ट्रैक पर लगाई आग
योजना के विरोध की आग भाजपा शासित राज्य मध्य प्रदेश में भी पहुंच गई। ग्वालियर में प्रदर्शनकारियों ने बिरला नगर रेलवे स्टेशन पर कुर्सियां तोड़ दी तथा स्टेशन प्रबंधक के कमरे में तोड़फोड़ करते हुए रेलवे ट्रैक पर आग लगा दी। इसी तरह युवाओं ने ट्रेनों पर पथराव भी किया। इससे उत्तर मध्य रेलवे की सात ट्रेनों का संचालन बाधित हो गया। सूचना पर पहुंचे जिला कलक्टर और पुलिस अधीक्षक ने प्रदर्शनकारी से बात कर उन्हें समझाने का प्रयास किया।
हरियाणा में पुलिस को करना पड़ा लाठीचार्ज
हरियाणा में प्रदर्शनकारियों ने पलवल जिले में पुलिस की चार गाड़ियों को तोड़कर आग के हवाले कर दिया गया। इसी तरह कलक्टर निवास पर जबरदस्त पथराव किया गया। रेवाड़ी में भी प्रदर्शनकारियों ने हिंसक प्रदर्शन करते हुए परिवहन सेवाओं का संचालन ठप कर दिया। बाद में पुलिस ने लाठीचार्ज करते हुए प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा। पलवल जिला प्रशासन ने स्थिति को देखते हुए अग्रिम आदेश तक क्षेत्र में इंटरनेट सेवा को अस्थायी तौर पर बंद कर दिया है।
उत्तर प्रदेश और राजस्थान में भी हुआ प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश में अलीगढ़-गाजियाबाद हाईवे के सोमना मोड़ पर प्रदर्शकारियों ने सवारियों से भरी रोडवेज के बस में तोड़फोड़ की और हाईवे जाम कर प्रदर्शन किया। इसी तरह रामघाट रोड, महुआखेड़ा में भी प्रदर्शन की खबरें आई हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में भी पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हल्का बल का प्रयोग कर खदेड़ा। राजस्थान के सीकर, जयपुर, अजमेर, नागौर, जोधपुर और झुंझुनूं जिलों में युवाओं ने योजना के खिलाफ रैली निकालकर उसे वापस लेने की मांग की।
क्या है अग्निपथ योजना?
अग्निपथ योजना तीनों सेनाओं, थल सेना, वायुसेना और नौसेना, के लिए एक अखिल भारतीय योग्यता-आधारित भर्ती प्रक्रिया है। इसमें युवाओं को सेना के नियमित कैडर में सेवा करने का मौका दिया जाएगा। इस योजना के तहत भर्ती होने वाले युवाओं को 'अग्निवीर' कहा जाएगा। इसके तहत युवाओं को चार साल के लिए सेना में सेवा का अवसर मिलेगा। इसके बाद योग्यता, इच्छा और चिकित्सा फिटनेस के आधार पर 25 प्रतिशत अग्निवीरों को सेवा में बरकरार रखा जाएगा।
योजना का क्यों विरोध कर रहे हैं युवा?
अग्निपथ योजना के तहत भर्ती होने वाले युवा स्थायी नहीं होंगे और न ही उन्हें पेंशन मिलेगी, हालांकि उन्हें चार साल बाद 10-11 लाख की एकमुश्त राशि दी जाएगी। युवाओं में इसी को लेकर आक्रोश है। इसी तरह कई पूर्व सैन्य अधिकारी और विपक्ष के नेताओं ने भी इस योजना का विरोध किया है। ऐसे में युवा आक्रोशित हो रहे हैं। हालांकि, सरकार ने युवाओं की गलफहममियों को दूर करने के लिए 'झूठ बनाम सच्चाई' दस्तावेज जारी किया है।