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प्रधानमंत्री मोदी ने की विदेशी सामानों के बहिष्कार की अपील, जानिए कितना है भारत का आयात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की विदेशी सामारों के बहिष्कार की अपील

प्रधानमंत्री मोदी ने की विदेशी सामानों के बहिष्कार की अपील, जानिए कितना है भारत का आयात

May 27, 2025
08:06 pm

क्या है खबर?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के अपने दो दिवसीय दौरे पर मंगलवार (27) मई को गांधीनगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए लोगों को विदेश सामान के बहिष्कार करने और स्वदेशी को अपनाने का संदेश दिया। उन्होंने अपने संबोधन से बिना नाम लिए ही सीधे चीन पर निशाना साधा है। इसका कारण है कि भारत में सर्वाधिक आयात चीन से ही होता है। ऐसे में आइए जानते हैं भारत हर साल किस देश से कितना आयात करता है।

संदेश

प्रधानमंत्री मोदी ने क्या दिया संदेश?

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "साल 2047 तक यानी देश की आजादी के 100 साल पूरे होने पर विकसित भारत बनाने और अर्थव्यवस्था को 3 नंबर पर लाने के लिए अब हम कोई विदेशी सामान का इस्तेमाल नहीं करेंगे। हमें गांव-गांव व्यापारियों को शपथ दिलवानी होगी कि विदेशी सामानों से कितना भी मुनाफा क्यों न हो, कोई भी विदेश चीज नहीं बेचेंगे।" उन्होंने लोगों से घरों में राजमर्रा में काम आने वाले विदेशी चीजों की सूची बनाने की भी अपील की।

निशाना

प्रधानमंत्री मोदी ने चीन पर साधा सीधा निशाना

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "दुर्भाग्य की बात है, आज छोटी आंखों वाले गणेशजी भी विदेश से आते हैं। गणेशजी की आंख भी नहीं खुल रही हैं। होली पर रंग और पिचकारी तक विदेशों से आ रही हैं। आज घर में हेयरपिन, कंघा, दांत में लगाने वाली पिन तक विदेशी घुस गई है और हमें मालूम तक नहीं है।" सीधे तौर पर प्रधानमंत्री मोदी का इशारा चीन की तरफ था, जिसके उत्पाद त्योहारों पर भारतीय बाजारों में धड़ल्ले से बिकते हैं।

संदेश

प्रधानमंत्री मोदी ने दिया 'वोकल फोर लोकल' का संदेश

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "देश सशक्त होना चाहिए, देश समर्थ होना चाहिए और देश का नागरिक सामर्थ्यवान होना चाहिए। इसके लिए हमने 'वोकल फोर लोकल', 'वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडेक्ट' मिशन चालू किया है।" उन्होंने कहा, "मैं आपके पास मौजूद विदेशी चीजों को फेंकने के लिए नहीं बोल रहा, लेकिन अब हम नई विदेशी चीजें नहीं लेंगे। हां, एकआद प्रतिशत चीजें ऐसी हैं जो शायद आपको बाहर से लेनी पड़े, जो हमारे यहां उपलब्ध न हो।"

आयात

भारत हर साल कितना आयात करता है?

प्रेस सूचना ब्यूरो (PIB) की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में निर्यात की तुलना में आयात अधिक होता है। हालांकि, अब भारत का निर्यात तेजी से बढ़ रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की रिपोर्ट के अनुसार, भारत का वित्त वर्ष 2024-25 में कुल आयात (माल और सेवाएं) 918.93 अरब डॉलर (79.02 लाख करोड़ रुपये) का था, जो 2023-24 की तुलना में 6 प्रतिशत अधिक है। उस दौरान 854.80 अरब डॉलर (लगभग 73.51 लाख करोड़ रुपये) का निर्यात हुआ था।

देश

भारत किन देशों से करता है सर्वाधिक आयात?

साल 2023-24 में भारत के कुल आयात का 59.3 प्रतिशत हिस्सा चीन, अमेरिका, सऊदी अरब, इंडोनेशिया, रूस और स्विट्जरलैंड से आया था। भारत सरकार संयुक्त अरब अमीरात (UAE), सऊदी अरब, इंडोनेशिया और रूस से पेट्रोलियम उत्पाद और चीन से इलेक्ट्रॉनिक सामान, मशीनरी, दूरसंचार उपकरण और अन्य उपभोक्ता उत्पाद का आयात करती है। इसी तरह दक्षिण कोरिया, चीन, इंडोनेशिया, जापान और UAE से लोहा-इस्पात और अमेरिका से दवा, शल्य चिकित्सा और चिकित्सा आपूर्ति समेत अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का आयात होता है।

बजट

भारत ने 2024-25 में चीन से कितना आयात किया?

वित्त वर्ष 2021-22 में भारत का चीन से आयात 65 अरब डॉलर (लगभग 5.59 लाख करोड़ रुपये) का था, जो 2022-23 में बढ़कर लगभग 98.50 अरब डॉलर (लगभग 8.47 लाख करोड़ रुपये) पर पहुंच गया। इसके बाद वित्त वर्ष 2023-24 में यह आयात 101.74 अबर डॉलर (लगभग 8.74 लाख करोड़ रुपये) हो गया। यह भारत के कुल आयात का 15.06 प्रतिशत रहा। इसी तरह वित्त वर्ष 2024-25 में यह 113.45 अरब डॉलर (लगभग 9.75 लाख करोड़ रुपये) पहुंच गया।

अमेरिका

अमेरिका से हर साल कितना आयात करता है भारत?

अमेरिका पिछले वित्त वर्ष में भारत का बड़ा व्यापारिक साझेदार बनकर उभरा है। वित्त वर्ष 2023-24 में दोनों देशों के बीच 118.20 अरब डॉलर (10.16 लाख करोड़ रुपये) का व्यापार हुआ था, जो 2024-25 में 131.84 अरब डॉलर (11.26 लाख करोड़ रुपये) पहुंच गया। भारत ने अमेरिका से 2023-24 में 40.70 अरब डॉलर (3.50 लाख करोड़ रुपये) का आयात किया था, जो 2024-25 में 45.33 अरब डॉलर (3.89 लाख करोड़ रुपये) पहुंच गया। यह चिंता का कारण है।

निर्यात

भारत के निर्यात में हो रही है बढ़ोतरी

भारत की ओर से 'आत्मनिर्भर भारत', 'मेक इन इंडिया' और 'वोकल फोर लोकल' अभियान चलाने से भारत की उत्पादन क्षमता बढ़ी है और उसके निर्यात में भी उछाल देखने को मिला है। वित्त वर्ष 2023-24 में भारत का कुल निर्याय 778.10 अरब डॉलर (लगभग 66.91 लाख करोड़ रुपये) का था, जो 2024-25 में 6.01 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 824.90 अरब डॉलर (लगभग 70.94 लाख करोड़ रुपये) रुपये पर पहुंच गया। यह भारत की आत्मनिर्भरता का बड़ा संकेत है।