
प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी उपराष्ट्रपति से कहा था- अगर हमला हुआ तो हम कड़ा जवाब देंगे
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस से कहा था कि अगर पाकिस्तान कुछ करता है तो भारत उससे भी ज्यादा विनाशकारी और सख्त जवाब देगा।
रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री ने वेंस से कहा कि कश्मीर पर भारत की स्थिति बहुत स्पष्ट है, अब सिर्फ एक मामला बचा है- पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) को वापस करना।
कथित तौर पर ये बातचीत युद्धविराम को लेकर चर्चा के दौरान हुई थी।
बयान
प्रधानमंत्री और वेंस के बीच क्या बात हुई थी?
इंडिया टुडे से एक सूत्र ने कहा, "वैंस ने फोन कर मोदी से बात की। प्रधानमंत्री ने उनसे कहा कि अगर वे (पाकिस्तान) हमला करेंगे तो हम और मजबूती से हमला करेंगे। भारत का संदेश यह था कि हमें पाकिस्तान के साथ केवल POK, अवैध क्षेत्रों की वापसी और आतंकवादियों को सौंपने के मुद्दे पर ही बातचीत करनी है।"
इसके बाद वेंस ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर और भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात की।
ऑपरेशन सिंदूर
प्रधानमंत्री ने कहा- 'ऑपरेशन सिंदूर' अभी भी जारी
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने कहा था कि 'ऑपरेशन सिंदूर' अभी खत्म नहीं हुआ है।
प्रधानमंत्री ने कहा था, "अगर पाकिस्तान कुछ करता है तो जवाब और भी विनाशकारी और कड़ा होगा। अगर वे आतंकवादियों को सौंपने की बात करते हैं तो हम बात कर सकते हैं। मेरा किसी और विषय पर कोई इरादा नहीं है। हम नहीं चाहते कि कोई मध्यस्थता करे। हमें किसी की मध्यस्थता की जरूरत नहीं है।"
NSA
भारत और पाकिस्तान के NSA में नहीं हुई बातचीत
रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के स्तर पर बातचीत का प्रस्ताव रखा था, लेकिन NSA या विदेश मंत्री स्तर पर ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई। दोनों देशों के बीच बातचीत केवल सैन्य अभियान महानिदेशक (DGMO) तक ही सीमित थी।
इससे पहले कुछ मीडिया रिपोर्ट और पाकिस्तान के मंत्री ने भी दावा किया था कि पाकिस्तान और भारत के NSA के बीच तनाव को लेकर चर्चा हुई है।
सऊदी अरब
भारत ने अमेरिका को दी थी हमले की जानकारी
इंडिया टुडे के मुताबिक, भारत ने अमेरिका को आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाने की योजना के बारे में जानकारी दी थी।
सूत्र ने कहा, "अमेरिका से पहला संपर्क तब हुआ था, जब प्रधानमंत्री मोदी सऊदी अरब में थे। उसके बाद हम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के बयान के संबंध में अमेरिका के संपर्क में रहे। फिर यह स्पष्ट हो गया कि हम कार्रवाई करने जा रहे हैं। जयशंकर ने 1 मई को अमेरिकी समकक्ष मार्को रुबियो से बात की थी।"