
ट्रंप ने चीन पर टैरिफ कम करने की कही बात, लेकिन पूरी तरह नहीं होगा खत्म
क्या है खबर?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर लगाए गए टैरिफ में कटौती करने की बात कही है।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा है कि चीन से आने वाले सामानों पर जो भारी टैरिफ लगाए गए हैं, उनमें काफी कमी की जाएगी, लेकिन यह पूरी तरह से खत्म नहीं होंगे।
ट्रंप की यह टिप्पणी ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट के उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने टैरिफ को अस्थिर बताया था।
असर
टैरिफ से शेयर बाजार में हलचल
ट्रंप ने चीन पर 145 प्रतिशत का टैरिफ लगाया है, जबकि चीन ने जवाब में अमेरिकी सामानों पर 125 प्रतिशत टैक्स लगाया है।
इससे शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव देखा गया है और अमेरिकी कर्ज पर ब्याज दरें भी बढ़ गई हैं। निवेशक अब धीमी अर्थव्यवस्था और महंगाई को लेकर चिंतित हैं।
हालांकि, ट्रंप ने टैरिफ घटाने का संकेत देकर बाजार को राहत दी है। इस रिपोर्ट के बाद S&P 500 इंडेक्स में 2.5 प्रतिशत की बढ़त दर्ज हुई।
रुख
ट्रंप का रुख
ट्रंप ने कहा कि वह चीन के साथ अच्छे रहेंगे और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ सख्ती से पेश नहीं आएंगे। उन्होंने कहा, "हम बहुत खुशी से साथ रहेंगे और आदर्श रूप से साथ मिलकर काम करेंगे।"
हालांकि, ट्रंप ने यह नहीं बताया कि क्या वह चीन की स्थिति को अस्थिर मानते हैं।
चीन की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन चीनी मीडिया में ट्रंप की आलोचना की जा रही है।
दबाव
तीसरे देशों पर भी चीन का दबाव
ट्रंप प्रशासन ने जापान, भारत, दक्षिण कोरिया और अन्य देशों से भी व्यापार समझौतों की बात की है, लेकिन चीन अब उन देशों पर दबाव बना रहा है, जो अमेरिका से व्यापार कर रहे हैं।
कोरियाई मीडिया के मुताबिक, चीन ने कुछ कंपनियों को चेतावनी दी है कि अगर उन्होंने अमेरिकी सैन्य कंपनियों को खनिज भेजे तो प्रतिशोध होगा।
वहीं, ट्रंप ने कहा कि उन्हें 18 देशों से व्यापार प्रस्ताव मिले हैं और सभी एक सौदा होते देखना चाहते हैं।