
पहलगाम हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ, भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को दिए ये सबूत
क्या है खबर?
पहलगाम आतंकी हमले के बाद रूस से लेकर अमेरिका तक ने भारत का समर्थन किया है। वहीं, भारत अंतरराष्ट्रीय समुदाय को हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ होने के सबूत दे रहा है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को बताया है कि 'तकनीकी खुफिया जानकारी' और चश्मदीदों सहित खुफिया स्रोतों से 'विश्वसनीय जानकारी' ने पहलगाम हमले के आतंकवादियों की पहचान की है और पाकिस्तान से उनका संबंध स्थापित किया है।
खुफिया जानकारी
भारत ने पाकिस्तान की भूमिका के बारे में देशों को क्या-क्या बताया?
रिपोर्ट के मुताबिक, विदेशी नेताओं और दूतों को बताया गया है कि आतंकवादियों और आतंकी समूह द रेजिस्टेंस फ्रंट के डिजिटल फुटप्रिंट पाकिस्तान में कम से कम 2 जगहों पर पाए गए हैं।
विदेशों को यह भी बताया गया है कि कुछ आतंकवादियों की पहचान की गई है और उनकी पिछली आतंकवादी गतिविधियों की भी पुष्टि की गई है।
तकनीकी खुफिया जानकारी, मानवीय खुफिया जानकारी और चश्मदीदों के बयानों से भी इसकी पुष्टि हुई है।
फोन
प्रधानमंत्री मोदी ने 13 देशों के नेताओं से की बात
पहलगाम हमले में पाकिस्तान की भूमिका विदेशों तक पहुंचाने के लिए भारतीय पक्ष कई कदम उठा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 13 विश्व नेताओं के साथ फोन पर की गई बातचीत और दिल्ली में 30 से अधिक राजदूतों, विदेश सचिव विक्रम मिस्री और विदेश मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के बीच हुई बैठकों में इस पर चर्चा की गई है।
प्रधानमंत्री ने भारत के साथ समर्थन और एकजुटता व्यक्त करने के लिए देशों का आभार व्यक्त किया है।
राजनयिक
शुक्रवार को 45 देशों के राजनयिकों को दी गई जानकारी
भारत ने शुक्रवार (25 अप्रैल) को नई दिल्ली में मौजूद करीब 45 देशों के राजनयिकों को पहलगाम और सीमा पार आतंकवाद से इसके संबंध के बारे में जानकारी दी।
विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) तन्मय लाल और प्रवासी भारतीय मामलों के प्रभाग में सचिव अरुण कुमार चटर्जी ने राजनयिकों को हमले के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया।
इस दौरान लातिन अमेरिका, अफ्रीका और पश्चिम एशिया के राजनयिक शामिल हुए थे।
विदेश मंत्री
विदेश मंत्री कई देशों के राजदूतों से मिले
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इजराइल के राजदूत रियुवेन अजार, अर्जेंटीना के राजदूत मारियानो कॉसिनो, मिस्र के कामेल जायद और नेपाली राजदूत शंकर पी शर्मा के साथ अलग-अलग बैठकें कीं।
जयशंकर ने नेपाली राजदूत के साथ बैठक के बाद कहा कि उन्होंने पहलगाम आतंकवादी हमले में एक नेपाली नागरिक की मौत पर राजदूत को अपनी संवेदना व्यक्त की है।
समर्थन
भारत को मिला वैश्विक नेताओं का समर्थन
पहलगाम हमले के बाद रूस, अमेरिका, चीन, जर्मनी, इजराइल समेत कई देशों का समर्थन मिला है।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि वे आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ खड़े हैं।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि हम भारत के साथ हैं और हमले के अपराधियों को सख्त सजा मिलेगी।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लिखा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका भारत के साथ मजबूती से खड़ा है।