पायलटों की कमी के कारण बड़े विमानों को यूक्रेन नहीं भेज पा रही एयर इंडिया
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच वहां फंसे भारतीयों को वापस लाने में एयर इंडिया अहम भूमिका निभा रही है। सरकार की ओर से चलाए जा रहे ऑपरेशन गंगा के तहत वह लगातार उड़ाने संचालित कर रही है, लेकिन ये सभी छोटे बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान है। दरअसल, एयर इंडिया इस समय पायलटों की कमी से जूझ रही है। ऐसे में वह निकासी अभियान में अधिक यात्री क्षमता वाले बोइंग-747 विमान नहीं भेज पा रही है।
यूक्रेन में फंसे हैं हजारों भारतीय छात्र
अनुमान है करीब 16,000 भारतीय छात्र इस वक्त यूक्रेन में फंसे हुए हैं। कुछ छात्र युद्ध शुरू होने से पहले ही भारत लौट आए थे और कुछ को 'ऑपरेशन गंगा' के तहत यूक्रेन से निकाला जा चुका है, लेकिन अभी भी बड़ी संख्या में छात्र और नागरिक यूक्रेन में युद्ध का सामना कर रहे हैं। विपक्षी पार्टियों ने वहां फंसे छात्रों के वीडियो संदेश शेयर कर सरकार पर निशाना साधते हुए उन्हें जल्द देश वापस लाने की मांग की है।
1,900 से अधिक नागरिकों की हो चुकी है वापसी
बता दें कि ऑपरेशन गंगा के तहत अब तक नौ उड़ानों के जरिए 1,922 से अधिक भारतीय नागरिकों को वापस लाया चुका है। इनमें एयर इंडिया की छह उड़ानों से 1,400 नागरिकों को लाया गया है। हालांकि, इन छह उड़ानों से 3,500 से अधिक नागरिकों को वापस लाया जा सकता है, लेकिन एयर इंडिया पायलटों की कमी के कारण अपने पास मौजूद 600 यात्रियों की क्षमता वाले बोइंग 747-400 का इस्तेमाल नहीं कर पा रही है।
अधिकतम 330 यात्रियों को लाने में सक्षम है बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, एयर इंडिया की ओर से निकासी अभियान में संचालित किए जा रहे बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों से अधिकतम 330 यात्रियों को लाया जा सकता है। इसी तरह बोइंग 747-400 विमानों से एक बार में 600 यात्रियों को लाया जा सकता है, लेकिन उसके पास इन्हें चलाने वाले पायलटों की कमी है। ऐसे में कंपनी चाहकर भी अधिक नागरिकों की निकासी के लिए अपने बड़े विमान नहीं भेज पा रही है।
इस वजह से आई पायलटों की कमी
सूत्रों की माने तो एयर इंडिया ने बोइंग 747-400 विमानों को उड़ाने वाले पायलटों को वर्तमान में बोइंग 777, B787 और A320 विमान उड़ाने के लिए भेज रखा है। कंपनी ने अपने पास मौजूद चार बोइंग 747-400 का संचालन कार्गो और हज यात्रा में करने की योजना बनाई है। अब जब बोइंग 747 पायलटों को बोइंग 744 विमान उड़ाने के लिए भेजा है तो उन्हें वापस बड़े विमान को उड़ाने से पहले फिर से रिफ्रेशर कोर्स करना होगा।
141 विमानों का संचालन करती है एयर इंडिया
बता दें कि एयर इंडिया कुल 141 विमानों का संचालन करती है। इनमें एयर इंडिया एक्सप्रेस के 24 बोइंग बी737-800 भी शामिल हैं। कंपनी के पास एयरबस A319-100, A320-200, A320-200neo, A321-200 और बोइंग B747-400, B777-200 (LR), B777-300 (ER) और B787-800 विमान है।
विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है विमान संचालन की स्थिति- प्रवक्ता
एयर इंडिया ने पायलटों की कमी पर टिप्पणी करने से तो इनकार कर दिया, लेकिन उसके प्रवक्ता ने कहा कि विमानों के संचालन की स्थिति विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है। इनमें विमान की उपलब्धता, गंतव्य हवाई अड्डों पर ग्राउंड हैंडलिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, ईंधन दक्षता आदि शामिल हैं। उन्होंने कहा कि परिचालन कारणों और बुनियादी ढांचे की व्यवहार्यता के कारण ही वर्तमान में बोइंग 787 विमानों का उपयोग किया जा रहा है। जल्द ही बड़े विमानों का भी संचालन शुरू होगा।
सरकार ने बढ़ाई निकासी अभियान की रफ्तार
बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच गंभीर होते युद्ध को देखते हुए सरकार ने निकासी अभियान की रफ्तार को बढ़ा दिया है। इसके तहत अभियान में अब अन्य निजी एयरलाइंस कंपनी इंडिगो और स्पाइसजेट को भी शामिल किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वायुसेना को भी इसमें शामिल होने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा यूक्रेन की सीमा से लगे रोमानिया, पोलैंड, हंगरी, स्लोवाकिया और मोल्दोवा में मंत्रियों को विशेष दूत के रूप में तैनात किया है।
खारकीव में हुई गोलाबारी में एक भारतीय छात्र की मौत
बता दें मंगलवार को खारकीव के गवर्नर हाउस पर रूस द्वारा किए गए मिसाइल हमले में एक भारतीय छात्र की मौत हो गई है। विदेश मंत्रालय ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि मृतक छात्र की पहचान कर्नाटक निवासी नवीन के रूप में हुई है।