आतंकी फंडिंग मामले में 8 राज्यों की 70 से अधिक जगहों पर NIA का छापा
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की टीमों ने मंगलवार को आतंकी फंडिंग से जुड़े मामले में बड़ी कार्रवाई की। NIA ने 8 राज्यों में 70 से अधिक जगहों पर कई गैंगस्टर के ठिकानों पर छापेमारी की। यह छापेमारी पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश के साथ-साथ केंद्र शासित प्रदेशों दिल्ली और चंडीगढ़ में एक साथ की गई। बतौर रिपोर्ट्स, NIA को छापेमारी के दौरान बड़ी संख्या में हथियार भी बरामद हुए हैं।
लॉरेंस बिश्नोई और नीरज बवाना से पूछताछ के आधार पर की गई छापेमारी
बता दें कि NIA ने हाल ही में कई गैंगस्टर और उनके आपराधिक सिंडिकेट के खिलाफ एक केस दर्ज किया था। बतौर रिपोर्ट्स, केंद्रीय जांच एजेंसी ने इससे पहले कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और नीरज बवाना और उनके गिरोह के कई सदस्यों से पूछताछ की थी। पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के आधार पर यह छापेमारी की गई है। NIA को दोनों गैंगस्टर के हथियारों के सप्लाई नेटवर्क के बारे में भी पता चला था।
NIA ने पिछले साल भी की थी छापेमारी
गौरतलब है कि NIA ने पिछले साल सितंबर में भी आतंकवादियों, गैंगस्टरों और ड्रग तस्करों के बीच हुई सांठगांठ को निशाना बनाते हुए 5 राज्यों में 60 से अधिक स्थानों पर छापे मारे थे। जिन गैंगस्टर्स के ठिकानों पर छापा मारा गया था, उनमें पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल रहे गैंगस्टर्स भी शामिल थे। NIA ने कहा था कि वह आतंकी नेटवर्क के साथ-साथ उनकी फंडिंग और सपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर के खिलाफ कार्रवाई करना जारी रखेगी।
गैंगस्टर्स पर क्या आरोप हैं?
दिल्ली पुलिस ने अपनी FIR में आरोप लगाया गया है कि बिश्नोई गैंग में शामिल गैंगस्टर्स विदेश से महंगे और आधुनिक हथियार खरीदकर लक्षित हत्याएं करते हैं। पुलिस ने आशंका जताई थी कि गैंगस्टर्स और आतंकी संगठनों के बीच सांठगांठ है और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI इसका फायदा उठाने की कोशिश कर रही है। पुलिस ने गैंगस्टर्स के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) के तहत FIR भी दर्ज की थी।
शनिवार को PFI के ठिकानों पर भी हुई थी छापेमारी
NAI ने प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से जुड़ी गतिविधियों को लेकर शनिवार को राजस्थान में 7 जगहों पर छापेमारी की थी। इस दौरान टीम ने PFI के कई सदस्यों को हिरासत में लेकर मौके से डिजिटल उपकरण, एयरगन, धारदार हथियार और आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए थे। इससे पहले 13 फरवरी को भी छापेमारी की गई थी, जिस दौरान टीम ने जयपुर से आरोपी मोहम्मद सोहेल को गिरफ्तार किया था।