लुधियाना धमाके के पीछे पाकिस्तानी मॉड्यूल का हाथ होने की आशंका, NIA कर सकती है जांच
गुरुवार को लुधियाना कोर्ट में हुए बम धमाके की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) अपने हाथों में ले सकती है। बताया जा रहा है कि पंजाब सरकार गृह मंत्रालय से इसकी मांग करेगी और एजेंसी भी अपनी तरफ से इसकी जांच का प्रस्ताव भेजेगी। दरअसल, खुफिया एजेंसियों का मानना है कि धमाके के पीछे पाकिस्तान स्थित आतंकी मॉड्यूल का हाथ हो सकता है। एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है कि पंजाब में ऐसे और धमाके हो सकते हैं।
धमाके में हुई थी एक मौत
गुरुवार दोपहर को लुधियाना कोर्ट की तीसरी मंजिल पर जोरदार धमाका हुआ था। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने बताया कि धमाके में बम लगाने वाले व्यक्ति की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि अभी तक किसी ने धमाके की जिम्मेदारी नहीं ली है और पंजाब सरकार ने धमाके इस्तेमाल हुए RDX का पता लगाने के लिए केंद्र सरकार की मदद मांगी है। चन्नी ने कहा कि पंजाब के पास विस्फोटक की जांच के लिए पर्याप्त उपकरण नहीं हैं।
नई रणनीति अपना रहा पाकिस्तान
न्यूज18 ने वरिष्ठ अधिकारियों के हवाले से लिखा कि पाकिस्तान ने ऐसे हमलों को अंजाम देने के लिए नई रणनीति अपनाई है। वह अलग-अलग जगहों से लाए गए गैंगस्टरों को इस काम के लिए आगे कर रहा है। बतौर रिपोर्ट, पाकिस्तान ने कुलविंदर सिंह उर्फ खानपुरिया और हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा सिंह को ऐसे हमले करने की जिम्मेदारी सौंपी है। एजेंसियां मान रही हैं कि रिंदा सिंह ने अपने नेटवर्क की मदद से लुधियाना में धमाका किया था।
ड्रोन के जरिये विस्फोटक पदार्थ आने की आशंका
एक अधिकारी ने बताया, "ऐसी जानकारियां हैं कि कई गैंगस्टर, जो भारत से भागकर अलग-अलग जगहों पर चले गए थे, उन्हें पाकिस्तान एक साथ लेकर आया है और लुधियाना धमाके को उसी मॉड्यूल का काम माना जा रहा है।" एजेंसियों का मानना है कि धमाके के लिए सामान स्थानीय स्तर पर नहीं जुटाया गया था बल्कि यह ड्रोन से भेजा गया था और अपराधियों के स्थानीय नेटवर्क की मदद से धमाके वाली जगह पर पहुंचाया गया था।
पंजाब के हालात कश्मीर से भी नाजुक- एजेंसियां
खुफिया एजेंसियों ने बड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि पंजाब की स्थिति कश्मीर से भी ज्यादा नाजुक है और यहां विधानसभा चुनाव से पहले और आतंकवादी हमले हो सकते हैं। एजेंसियों ने पंजाब पुलिस से संवेदनशील प्रतिष्ठानों की सुरक्षा बढ़ाने और सोशल मीडिया पर नजर रखने को कहा है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में राज्य पुलिस को कई एडवाइजरी जारी की जा चुकी हैं और केंद्रीय एजेसियां पुलिस के साथ मिलकर काम कर रही हैं।
केंद्रीय एजेंसियों ने की राज्य के खुफिया अधिकारियों के साथ बैठक
मामले की जानकारी देते हुए अधिकारी ने कहा, "हमने राज्य के खुफिया अधिकारियों के साथ बैठक की और उन्हें राज्य में आतंकी गतिविधियों के बारे में चेताया। हमने उनसे सोशल मीडिया पर नजर रखने को कहा है ताकि किसी भी तरह की अफवाहबाजी को नियंत्रित किया जा सके। अभी पंजाब की स्थिति कश्मीर से ज्यादा नाजुक है।" उन्होंने बिना नाम लिए पाकिस्तान के पंजाब को अस्थिर करने की कोशिश करने का आरोप लगाया।