पंजाब: खालिस्तानी झंडा फहराने के मामले में NIA ने छह आरोपियों के खिलाफ दाखिल की चार्जशीट
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पंजाब के मोगा स्थित उपायुक्त कॉम्प्लेक्स में खालिस्तानी झंडा फहराने के मामले में गुरुवार को मोहली स्थित NIA के विशेष न्यायाधीश के समक्ष छह आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की। आरोपियों में इंद्रजीत सिंह, जसपाल सिंह, आकाशदीप सिंह उर्फ मुन्ना, जगविंदर सिंह उर्फ जग्गा, अमेरिका आधारित SFJ प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू और हरप्रीत सिंह उर्फ हरमीत सिंह शामिल है। NIA ने चार्जशीट में घटना के पीछे सिख फोर जस्टिस (SFJ) संगठन का हाथ बताया है।
SFJ प्रमुख पन्नू ने की थी खालिस्तानी झंडा फहराने पर इनाम की घोषणा
बता दें कि 13 अगस्त, 2020 को अमेरिका आधारित और भारत में प्रतिबंधित SFJ प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू ने ऐलान किया था कि भारत के पंजाब में अगर कोई भी व्यक्ति खालिस्तान का झंडा फहराता है तो उसे 2,500 डॉलर का इनाम दिया जाएगा। इसी तरह अगर कोई लाल किला दिल्ली में जाकर खालिस्तान का केसरी झंडा लहराएगा तो उसे 1.25 लाख डालर का इनाम दिया जाएगा। इसके बाद देश की सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से चौकस हो गई थी।
आरोपियों ने पिछले साल 14 अगस्त को फहराया था खालिस्तानी झंडा
पन्नू की घोषणा के एक दिन बाद यानी 14 अगस्त को आरोपी इंद्रजीत सिंह, जसपाल सिंह और आकाशदीप सिंह मोगा के उपायुक्त कॉम्पलेक्स पहुंच गए थे और उन्होंने तिरंगे को हटाकर उसकी जगह खालिस्तानी झंडा फहरा दिया था। आरोपी इतने पर भी नहीं रुके और उन्होंने कॉम्प्लेक्स की पांचवींं मंजिल पर चढ़कर वहां की छत की पाइप पर भी खालिस्तान का झंडा फहरा दिया था। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर फिर से तिरंगा फहराया था।
आरोपियों ने वीडियो बनाकर कई चैनलों पर की थी अपलोड
वारदात को अंजाम देने के दौरान आरोपियों ने उसका वीडियो भी बनाया था। जिसे बाद में उन्होंने यूट्यूब, US मीडिया इंटरनेशनल और SFJ चैनल जैसे विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर SFJ के अलगाववादी एजेंडे को प्रचारित करने और रेफरेंडम-2020 के समर्थन में खालिस्तान का अलग राज्य बनाने की मांग के लिए चलाया था। बाद में पुलिस ने मामले में एक आरोपियों को गिरफ्तार किया था और फिर जांच NIA को सौंप दी गई थी।
वीडियो के एवज में आरोपियों को मिले थे पैसे- NIA
NIA ने चार्जशीट में बताया कि वीडियो भेजने के बाद गुरपतवंत सिंह पन्नू और हरप्रीत सिंह उर्फ राणा सिंह ने इंदरजीत और जसपाल सिंह को पैसे भी भेजे थे। NIA ने आरोपियों के पास से 267 डॉलर (करीब 20,000) रुपये की रसीद भी मिली थी। इसके बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आरोपी इंद्रजीत और जसपाल को विशेष ट्रेनिंग के लिए नेपाल जाते सयम रास्ते में ही गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की थी।
NIA ने छापेमारी कर बरामद किए थे कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण
मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद NIA की टीम ने आरोपी जसपाल सिंह के साइबर कैफे पर छापा मारा था। इसमें वहां से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस पेन ड्राइव, लैपटाप और हार्ड डिस्क आदि बरामद हुई थी। इससे उनके SFJ से संबंध के सुबूत मिले थे।