भारत में सामने आए कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन, जानिए इसके बारे में सबकुछ
भारत में तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच बड़ी खबर सामने आई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि कोरोना वायरस SARS-CoV-2 के कम से कम दो नए स्ट्रेन महाराष्ट्र, केरल और तेलंगाना में पाए गए हैं। मंत्रालय ने कहा है कि महाराष्ट्र और केरल में हाल ही में तेजी से बढ़ रहे मामलों के पीछे इन स्ट्रेनों को कारण नहीं माना जा रहा है। वैज्ञानिकों को इस संबंध में कोई सबूत नहीं मिले हैं।
अन्य देशों में भी सामने आए हैं दो नए स्ट्रेन- मंत्रालय
मंत्रालय ने मंगलवार को N440K और E484K के रूप में दो नए स्ट्रेनों की पुष्टि की है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव ने न्यूज 18 को बताया, "इन दो वायरस स्ट्रेनों का अन्य देशों में भी पता लगा है। ये भारत के लिए अलग नहीं हैं। ये स्ट्रेन देश के कुछ राज्यों में पहले भी पाए जा चुके हैं।" भारत में यूनाइटेड किंगडम (UK), दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील के स्ट्रेन भी मिल चुके हैं।
भारत में 194 लोगों में हो चुकी है UK, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील स्ट्रेन की पुष्टि
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार देश में अब तक कुल 194 संक्रमितों में UK, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील में स्ट्रेन की पुष्टि हो चुकी है। भार्गव ने कहा, "E484Q स्ट्रेन को पिछले साल मार्च और जुलाई में महाराष्ट्र में चार अनुक्रमों में पाया जा चुका था। इसी तरह तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और असम में मई और सितंबर के बीच 13 अलग-अलग मौकों पर N440K स्ट्रेन की मौजूदगी पाई गई थी।" ऐसे में ये कोई नए स्ट्रेन नहीं है।
भारत में अब तक 3,500 स्ट्रेन की हो चुकी है सीक्वेसिंग- डॉ पॉल
नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा कि नए स्ट्रेनों के व्यवहार पर लगातार बारीकी से नजर रखी जा रही है। अब तक 3,500 स्ट्रेनों की सीक्वेसिंग की जा चुकी है। हम वायरस के व्यवहार में असामान्य बदलाव की तलाश कर रहे हैं।"
कौनसे हैं UK और दक्षिण अफ्रीका में मिले स्ट्रेन?
UK या केंट स्ट्रेन (B.1.1.7) को 70 प्रतिशत अधिक संक्रामक कहा जाता है। यह अन्य वेरिएंट की तुलना में मृत्यु के बढ़ते जोखिम से भी जुड़ा हो सकता है। हालांकि, इस दावे की पुष्टि के लिए अभी और अधिक अध्ययन की आवश्यकता है। दक्षिण अफ्रीकी स्ट्रेन (501Y.V2 या B.1.351) को उच्च प्रसार वाला भी कहा जाता है। कथित तौर पर किसी भी देश की युवा आबादी इस स्ट्रेन के लिए सबसे अधिक संवेदनशील हैं।
ब्राजील में मिले स्ट्रेन को बताया गया है अधिक संक्रामक
ब्राजील संस्करण (P.1) में E484K म्यूटेशन है। यह पहली बार जुलाई में सामने आया था और काफी हद तक UK और दक्षिण अफ्रीकी स्ट्रेन की तरह अधिक संक्रामक बताया जाता है। इसमें एंटीबॉडी से बचने की क्षमता होने की भी बात कही जा रही है।
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 13,742 नए मामले सामने आए और 104 मरीजों ने इसकी वजह से दम तोड़ा। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,10,30,176 हो गई है। इनमें से 1,56,567 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 1,46,907 हो गई है। देश में लगातार दूसरे दिन सक्रिय मामलों में कमी देखी गई है।