नए साल के 40 से भी कम दिनों में 10 बार बंद हो चुका इंटरनेट
इंटरनेट शटडाउन के मामले में भारत का रिकॉर्ड बेहद खराब है। इस साल के अभी 40 दिन भी नहीं बीते हैं और सरकार देशभर में 10 बार से ज्यादा इंटरनेट बंद कर चुकी है। ताजा मामला शनिवार का है, जब सरकार ने दिल्ली के सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर इंटरनेट बंद रखने का आदेश दिया था। इन जगहों पर किसान आंदोलन चल रहा है और तीनों ही जगह पर ट्रैक्टर परेड हिंसा के बाद से इंटरनेट सेवा बंद है।
जम्मू-कश्मीर में सबसे लंबे समय रही इंटरनेट पर पाबंदी
इन जगहों के अलावा हाल ही में हरियाणा और दिल्ली में एक-एक बार इंटरनेट और SMS सेवाओं को बंद किया जा चुका है। अगर भारत में सबसे लंबे समय तक तेज स्पीड इंटरनेट सेवा पर पाबंदी की बात करें तो यह जम्मू-कश्मीर में देखने को मिली। यहां सरकार ने 552 दिन बाद 4G इंटरनेट सेवा शुरू की है। जम्मू-कश्मीर में सबसे ज्यादा बार इंटरनेट बंद होता है। सूची में जम्मू-कश्मीर के बाद अगला नाम राजस्थान का है।
पिछले आठ सालों में 437 बार बंद हुआ इंटरनेट
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 2018 में 134, 2019 में 106 और 2020 में 83 बार इंटरनेट बंद किया गया। इनमें से कम से कम छह बार ये बैन 24 घंटों से ज्यादा समय तक चला था। कई बार इंटरनेट सेवाओं को 72 घंटे से भी ज्यादा समय तक बंद रखा गया था। अगर पिछले आठ सालों का रिकॉर्ड देखें तो 2012-2020 तक 437 बार इंटरनेट बंद किया गया है। 2016 के बाद इनमें इजाफा हुआ है।
251 बार 24 घंटे से ज्यादा बंद हुआ है इंटरनेट
फिलहाल जम्मू-कश्मीर में 18 महीनों बाद 4G इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई है, लेकिन यहां यूजर्स को इंटरनेट इस्तेमाल करने से पहले सत्यापन करवाना होगा। पिछले कुछ सालों में देश में जम्मू-कश्मीर को सबसे ज्यादा इंटरनेट निलंबन का सामना करना पड़ा है। 2012 से लेकर अब तक यहां 251 बार कम से कम 24 घंटों तक इंटरनेट बंद किया जा चुका है। जम्मू-कश्मीर के बाद सबसे ज्यादा बार राजस्थान और उत्तर प्रदेश में इंटरनेट बंद किया गया है।
अर्थव्यवस्था को उठाना पड़ा है नुकसान
एक रिपोर्ट के अनुसार, 2019 में भारत सरकार ने देशभर में 4,196 घंटों तक इंटरनेट बंद रखा था, जिससे अर्थव्यवस्था को 1.3 अरब डॉलर का नुकसान उठाना पड़ा था। अगले साल यानी 2020 में इंटरनेट बैन वालों घंटों की संख्या बढ़कर 8,927 हो गई, जिस कारण 2.8 अरब डॉलर (लगभग 20,000 करोड़ रुपये) का आर्थिक नुकसान हुआ। भारत को हुआ ये नुकसान उसके बाद 20 सर्वाधिक प्रभावित देशों को मिलाकर जो नुकसान हुआ है, उसके दोगुने से भी अधिक है।
वैश्विक स्तर पर 2019 के मुकाबले 50 प्रतिशत कम आर्थिक नुकसान
बतौर रिपोर्ट, 2020 में भारत को हुआ आर्थिक नुकसान 2019 में इंटरनेट शटडाउन के कारण हुए नुकसान से दोगुना है। भारत के विपरीत वैश्विक स्तर पर इंटरनेट शटडाउन के कारण हुए आर्थिक नुकसान में 2019 के मुकाबले 50 प्रतिशत की कमी आई और 2020 में ये आंकड़ा 4.01 अरब डॉलर लगभग (30,000 करोड़ रुपये) रहा। पूरी दुनिया में 2020 में 93 बड़े इंटरनेट शटडाउन हुए। भारत के अलावा म्यांमार, यमन, अजरबैजान, तुर्की, सीरिया, ईरान और सोमालिया में भी शटडाउन हुए।