
नोएडा: देश के सबसे बड़े छापे में 1,000 करोड़ रुपये के नशीले पदार्थ जब्त
क्या है खबर?
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने गुरुवार को ग्रेटर नोएडा के एक घर से 1,000 करोड़ रुपये की 1,818 किलो सूडो एफेड्रिन ड्रग्स जब्त की।
नशीले पदार्थ जब्त करने के मामले में यह देश का अब तक का सबसे बड़ा छापा है।
मामले में नाइजीरिया के दो और दक्षिण अफ्रीका के एक नागरिक को गिरफ्तार किया गया है।
अधिकारियों के अनुसार, यह घर एक IPS अधिकारी का है और इसका इस्तेमाल ड्रग्स निर्माण फैक्टी के तौर पर किया जा रहा था।
मामला
ऐसे चला काले धंधे का पता
NCB अधिकारियों के अनुसार, गुरुवार सुबह उन्हें सूचना मिली थी कि केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक महिला यात्री को 24.7 किलो सूडो एफेड्रिन के साथ पकड़ा है।
दक्षिण अफ्रीका की नागरिक नोमसा लुतैलो दुबई के रास्ते जोहांसबर्ग जा रही थी।
पूछताछ करने पर उसने बताया कि ग्रेटर नोएडा में नाइजीरिया के दो लोगों ने उसे यह माल पकड़ाया था और इसे पैसे के बदले जोहांसबर्ग पहुंचाने को कहा था।
छापा
महिला की जानकारी के आधार पर ग्रेटर नोएडा में छापा
महिला द्वारा दी गई जानकारी के बाद NCB की एक टीम ने ग्रेटर नोएडा के सेक्टर P4 स्थित एक घर पर छापा मारा। NCB के जोनल डायरेक्टर माधव सिंह ने बताया कि घर में एक पुरुष हेनरी आइडियोफर (35) और एक महिला चिमांडो ओकोरा (30) रह रहे थे।
जांच के दौरान कई बक्सों और कनस्तरों में कुल 1818 किलो सूडो एफेड्रिन और 1.9 किलो कोकीन बरामद हुई। इनकी कीमत 1000 करोड़ रुपये से ऊपर बताई जा रही है।
जानकारी
सूडो एफेड्रिन से होता है ड्रग्स का निर्माण
माधव सिंह ने बताया कि यह भारत की अब तक की सबसे बड़ी नशीली पदार्थों की जब्ती है।
यही नहीं पिछले तीन सालों में यह दुनिया में सूडो एफेड्रिन की जब्ती का सबसे बड़ा मामला है।
बता दें कि सूडो एफेड्रिन का इस्तेमाल नशीले पदार्थ और ड्रग्स के निर्माण के लिए किया जाता है।
इसका निर्यात करने के लिए नारकोटिक्स कमिश्नर से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) की आवश्यकता होती है।
पूछताछ में खुलासा
किराए पर लिया था IPS अधिकारी का घर
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वह विभिन्न गैरकानूनी स्त्रोतों से सूडो एफेड्रिन खरीदते थे और ड्रग्स निर्माण के लिए इसे इकट्ठा कर रहे थे।
उन्होंने फेक हेरोइन बनाने और उसे विदेश और दिल्ली-NCR में बेचने की बात भी कही।
उन्होंने घर को 2015 में किराए पर लिया था।
जांच में सामने आया है कि घर देवेंद्र पीएन पांडे नामक एक IPS अधिकारी का है जो उत्तर प्रदेश पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा में लखनऊ में कार्यरत हैं।
डाटा
IPS अधिकारी का धंधे की जानकारी होने से इनकार
नशीले पदार्थों के कारोबार की जानकारी होने से इनकार करते हुए पांडे ने कहा कि उन्होंने प्रॉपर्टी डीलर के जरिए घर को किराए पर उठाया था। उन्होंने बताया कि पिछले साल का किराया न देने के लिए उन्होंने आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।