SCO बैठक में भाग लेने के लिए रवाना हुए प्रधानमंत्री मोदी, पुतिन से मुलाकात तय
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए उज्बेकिस्तान के समरकंद के लिए रवाना हो चुके हैं। सम्मेलन में भाग लेने के साथ-साथ मोदी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से द्विपक्षीय मुलाकात भी करेंगे। रूस ने इस बैठक की पुष्टि कर दी है। मोदी और पुतिन के अलावा इस सम्मेलन में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ समेत सदस्य देशों के नेता हिस्सा लेंगे।
पुतिन के साथ इन मुद्दों पर होगी मोदी की चर्चा
रूसी राष्ट्रपति के सहयोगी युरी उशाकोव ने बताया कि सम्मेलन से इतर बैठक में पुतिन भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ संयुक्त राष्ट्र और G-20 में भारत और रूस के सहयोग पर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि पुतिन और मोदी की अंतरराष्ट्रीय एजेंडे को लेकर भी बातचीत होगी, जिसमें रणनीतिक स्थिरता, एशिया-प्रशांत क्षेत्र की स्थिति और बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग पर चर्चा होगी। इससे पहले 1 जुलाई को दोनों नेताओं ने फोन पर एक-दूसरे से बात की थी।
पाकिस्तान और चीन से बैठक को लेकर स्पष्टता नहीं
पुतिन के साथ प्रधानमंत्री मोदी की बैठक तय हो चुकी है, लेकिन चीन और पाकिस्तान के नेताओं के साथ उनकी बैठक को लेकर कोई पुख्ता जानकारी सामने नहीं आई है। मीडिया रिपोर्ट्स के कहा जा रहा है कि चीन के साथ द्विपक्षीय बैठक के संकेत नहीं मिल रहे हैं, लेकिन प्रधानमंत्री चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ संक्षिप्त वार्ता कर सकते हैं। हाल ही में दोनों देशों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) से अपने सैनिक पीछे हटाए हैं।
शरीफ से भी हो सकती है संक्षिप्त वार्ता
पाकिस्तान के साथ भी बैठक को लेकर संकेत नहीं मिल रहे हैं, लेकिन सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि बाढ़ में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए मोदी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के साथ संक्षिप्त चर्चा कर सकते हैं।
भारत का बैठक में होना इसलिए जरूरी
भारत के लिए इस बैठक में मौजूद होना बाकी सब नजरियों के अलावा इसलिए भी जरूरी है क्योंकि इसके बाद एक साल तक भारत इस संगठन की अध्यक्षता करेगा। इस नाते अगले साल SCO की बैठक भारत में होगी और इसमें चीन, रूस और पाकिस्तान आदि देशों के नेता शामिल होंगे। इस बैठक में यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद स्थितियां और उनके असर और अफगानिस्तान में तालिबान के शासन को लेकर चर्चा हो सकती है।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
SCO एक स्थायी अंतर-सरकारी अंतरराष्ट्रीय संगठन है। इसका गठन 2001 में हुआ था और यह एक यूरेशियाई राजनीतिक, आर्थिक और सैन्य संगठन है, जिसका लक्ष्य इस क्षेत्र में शांति, सुरक्षा एवं स्थिरता बनाए रखना है। फिलहाल चीन, भारत, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान समेत आठ देश इसके सदस्य है। इस बार इसमें दो नए सदस्य देश जुड़ सकते हैं। इसके अलावा चार देशों के पास ऑब्जर्वर स्टेट और छह देशों के पास डायलॉग पार्टनर का दर्जा है।