उत्तर प्रदेश: लखीमपुर में पेड़ से लटके मिले दो बहनों के शव, रेप के बाद हत्या
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में बुधवार को दो नाबालिग दलित बहनों के शव एक पेड़ से लटके मिले। परिवार ने तीन दबंगों पर रेप के बाद उनकी हत्या करने का आरोप लगाया है। मृतक लड़कियों की मां के अनुसार, आरोपियों ने उनके सामने से ही उनकी बेटियों का अपहरण किया और उन्हें जबरदस्ती बाइक पर बैठाकर ले गए। पुलिस ने मामले में FIR दर्ज कर ली है और छह आरोपियों को हिरासत में ले लिया है।
दोनों बहनों को दुपट्टों से लगाई गई फांसी
घटना लखीमपुर खीरी के निघासन थाना क्षेत्र के तमोलीन पुरवा गांव की है। बुधवार दोपहर को यहां तीन युवकों ने 15 और 17 साल की दो दलित बहनों का उनके घर से अपहरण किया और इसके कुछ देर बाद दोनों बहनों के शव एक पेड़ से लटके मिले। उन्हें उनके दुपट्टों से फांसी दी गई थी। पुलिस को हेल्पलाइन नंबर 112 पर करीब 5:40 बजे घटना की सूचना मिली जिसके बाद वो मौके पर पहुंची।
लड़कियों को घसीटते हुए बाइक तक ले गए आरोपी
मृतक लड़कियों की मां ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि बुधवार दोपहर को वह अपनी दोनों बेटियों के साथ अपने घर के बाहर बैठी हुई थीं और फिर किसी काम से वह घर के अंदर चली गईं। उन्होंने कहा कि तभी तीन युवक उनके घर आए और उनकी बेटियों को जबरदस्ती बाइक पर बैठाने लगे। उनके अनुसार, दो युवक उनकी बेटियों को घसीटते हुए बाइक तक ले गए, वहीं तीसरे युवक ने बाइक स्टार्ट कर रखी थी।
आरोपियों ने लड़कियों की मां के साथ भी की मारपीट
लड़कियों की मां ने कहा कि उन्होंने आरोपियों को रोकने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने उनके साथ भी मारपीट की जिसमें उनके कपड़े फट गए। उन्होंने बताया कि तीनों लड़के रोज उनके घर के पास आते थे और वो लालपुर के रहने वाले हैं। अपहरण के बाद लड़कियों के परिजनों ने उन्हें ढूढ़ना शुरू कर दिया और कुछ समय बाद उन्हें दोनों बहनों के शव घर से थोड़ी दूर पर स्थित गन्ने के खेत में एक पेड़ पर लटके मिले।
पुलिस को करना पड़ा लोगों के गुस्से का सामना
घटना की सूचना मिलते ही लखीमपुर के पुलिस प्रमुख (SP) संजीव सुमन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) अरुण कुमार सिंह कई थानों की पुलिस को लेकर मौके पर पहुंच गए। पुलिस को आक्रोशित भीड़ के गुस्से का भी सामना करना पड़ा जिसने निघासन चौक को जाम कर दिया था। भीड़ की SP से बहस भी हुई जिसके बाद लोग और भड़क गए। हालांकि अंत में पुलिस लड़कियों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने में कामयाब रही।
चार आरोपी गिरफ्तार, POCSO लगाया गया
पुलिस ने सभी छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 302 (हत्या) और 376 (रेप) समेत अन्य कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। उन पर यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (POCSO) अधिनियम भी लगाया गया है। लखनऊ रेंज की महानिरीक्षक (IG) लक्ष्मी सिंह ने बताया कि लड़कियों के शरीर पर चोट के निशान नहीं मिले हैं।
अखिलेश यादव ने साधा भाजपा सरकार पर निशाना
मामले पर राजनीति भी तेज हो गई है और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, 'निघासन पुलिस थाना क्षेत्र में दो दलित बहनों को अगवा करने के बाद उनकी हत्या और उसके बाद पुलिस पर पिता का ये आरोप बेहद गंभीर है कि बिना पंचनामा और सहमति के उनका पोस्टमार्टम किया गया। लखीमपुर में किसानों के बाद अब दलितों की हत्या 'हाथरस की बेटी' हत्याकांड की जघन्य पुनरावृत्ति है।'
प्रियंका गांधी ने पूछा- कब जागेगी सरकार?
कांग्रेस महाचिव प्रियंका गांधी ने भी मामले में राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, 'लखीमपुर में दो बहनों की हत्या की घटना दिल दहलाने वाली है। परिजनों का कहना है कि उन लड़कियों का दिनदहाड़े अपहरण किया गया था। रोज अखबारों और टीवी पर झूठे विज्ञापन देने से कानून-व्यवस्था अच्छी नहीं हो जाती। आखिर उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ जघन्य अपराध क्यों बढ़ते जा रहे हैं? कब जागेगी सरकार?'
मायावती ने भी सरकार पर हमला बोला
घटना ने दिलाई 2014 बदायूं गैंगरेप और हत्या केस की याद
लखीमपुर के इस मामले ने उत्तर प्रदेश के ही बदायूं में सामने आए ऐसे ही एक मामले की यादें ताजा कर दी हैं। यहां मई, 2014 में दो चचेरी बहनों के शव एक पेड़ से लटके मिले थे। उनकी गैंगरेप के बाद हत्या की गई थी और मामले में पुलिस के एक सिपाही समेत कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। CBI ने आत्महत्या की बात कही थी, लेकिन कोर्ट ने उसकी रिपोर्ट को खारिज कर दिया था।