जाने-माने निवेशक राकेश झुनझुनवाला का 62 साल की उम्र में निधन
जाने-माने निवेशक राकेश झुनझुनवाला का आज 62 साल की उम्र में मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। कई स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे झुनझुनवाला को हार्ट अटैक के बाद आज सुबह लगभग 6:45 बजे मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। झुनझुनवाला को शेयर बाजार के 'बिग बुल' के तौर पर जाना जाता था और वह उनकी कुल संपत्ति लगभग 5.5 अरब डॉलर (लगभग 438 अरब रुपये) थी।
प्रधानमंत्री मोदी बोले- भारत के विकास को लेकर जुनूनी थे झुनझुनवाला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर झुनझुनवाला के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, 'राकेश झुनझुनवाला अदम्य थे। जीवन से भरपूर, मजाकिया और बुद्धिमान, वह वित्तीय दुनिया में अपना अमिट योगदान छोड़ कर जा रहे हैं। वह भारत के विकास को लेकर भी बहुत जुनूनी थे। उनका निधन दुखद है। उनके परिजनों और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं। ओम शांति।' उन्होंने झुनझुनवाला के साथ अपनी एक तस्वीर भी शेयर की है।
अमित शाह और अरविंद केजरीवाल ने भी जताया दुख
गृह मंत्री अमित शाह ने भी ट्वीट कर झुनझुनवाला के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने लिखा, 'शेयर बाजार के बारे में उनके विशाल अनुभव और समझ ने अगिनत निवेशकों को प्रेरित किया है। उन्हें हमेशा उनकी बुलिश सोच के लिए जाना जाएगा।' दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी झुनझुनवाला के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि ईश्वर उनकी आत्मा को अपने चरणों में स्थान दे और उनके परिवार को दुख सहने की शक्ति दे।
कैसा रहा झुनझुनवाला का जीवन?
राकेश झुनझुनवाला का 5 जुलाई, 1960 को आंध्र प्रदेश के हैदराबाद में एक मध्यवर्गीय परिवार में जन्म हुआ था। उनके पिता एक इनकम टैक्स कमिश्नर थे और वो उनके साथ मुंबई में पले-बढ़े हैं। उन्होंने मुंबई के ही सिडेनहैम कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स से ग्रेजुएशन किया और फिर इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ़ इंडिया (ICAI) में रजिस्ट्रेशन कराया। उन्होंने रेखा झुनझुनवाला से शादी की है जो खुद एक शेयर बाजार निवेशक हैं।
1985 में 5,000 रुपये के निवेश के साथ शेयर बाजार में आए झुनझुनवाला
झुनझुनवाला ने 1985 में मात्र 5,000 रुपये के निवेश के साथ अपने शेयर बाजार करियर की शुरूआत की थी। उन्होंने अपना पहला बड़ा मुनाफा 1986 में कमाया। तब उन्होंने मात्र 43 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर टाटा टी के 5,000 शेयर खरीदे थे और तीन महीने में ही एक शेयर की कीमत बढ़कर 143 रुपये पर पहुंच गई। इस तरह उन्होंने तीन गुना मुनाफा कमाया और फिर अगले तीन साल में 20-25 लाख रुपये कमाए।
'भारत के वॉरेन बफेट' माने जाते थे झुनझुनवाला
झुनझुनवाला को उनके सकारात्मक दृष्टिकोण के लिए जाना जाता था और वह भारतीय बाजार को लेकर हमेशा सकारात्मक रहते थे। उन्हें 'भारत का वॉरेन बफेट' भी कहा जाता था जो अमेरिका और दुनिया के सबसे सफल निवेशक हैं।