IMF ने रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते भारत के विकास दर अनुमान को घटाकर 8.2 प्रतिशत किया
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने अपनी नवीनतम विश्व आर्थिक रिपोर्ट में मौजूदा वित्त वर्ष 2022-23 के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के विकास के अनुमान को 80 आधार अंक घटाकर 8.2 प्रतिशत कर दिया है। इसके लिए उसने रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को जिम्मेदार ठहराया है। IMF ने यह भी चेतावनी दी है कि इस युद्ध के कारण बढ़ती कीमतें लंबे समय के लिए खपत और निवेश को प्रभावित करेगी।
निजी खपत और निवेश पर पड़ेगा प्रभाव- IMF
IMF ने अपनी रिपोर्ट में कहा है, "रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के कारण कच्चे तेल की कीमतों में भारी उछाल देखने को मिल रहा है। ऐसे में बढ़ती कीमतें निजी खपत और निवेश पर बड़ा प्रभाव डाल सकती है।" बता दें IMF ने वैश्विक विकास दृष्टिकोण को 4.4 प्रतिशत से घटाकर 3.6 प्रतिशत कर दिया है। इसके अलावा उसने कहा है कि युद्ध के कारण रूस और यूक्रेन की GDP में भारी गिरावट आ सकती है।
IMF ने लगभग सभी देशों की विकास दर में की है कटौती
IMF ने रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण लगभग सभी विकसित और उभरते देशों की अर्थव्यवस्थाओं के लिए कैलेंडर वर्ष 2022 (भारत और कुछ अन्य देशों के मामले में वित्तीय वर्ष 2022-23) के लिए विकास दर के पूर्वानुमान में कटौती की है। इसके तहत जापान की विकास दर में 0.9 प्रतिशत और भारत की दर में 0.8 प्रतिशत की कटौती शामिल है। IMF द्वारा की गई यह कटौती आंशिक रूप से कमजोर घरेलू मांग को दर्शाती है।
IMF ने भारत के घाटे के अनुमान को बढ़ाकर किया 3.1 प्रतिशत
IMF ने वित्त वर्ष 2023 में भारत के चालू खाते के घाटे को साल 2022 के घाटे के अनुमान 1.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 3.1 प्रतिशत कर दिया है। इससे पहले IMF ने अपनी जनवरी की रिपोर्ट में वित्त वर्ष 2023-24 में भारत की GDP की विकास दर के अनुमान को 6.9 प्रतिशत की कटौती के साथ 7.1 प्रतिशत कर दिया था। बता दें कि रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद से विकास दर में कमी का अनुमान लगाया जा रहा था।
RBI ने लगाया था विकास दर के 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान
बता दें कि IMF का यह अनुमान भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और अन्य एजेंसियों की तुलना में अधिक है। RBI ने पिछले दिनों कहा था कि भारत की आर्थिक विकास दर वित्त वर्ष 2022-23 में 7.8 से गिरकर 7.2 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी। इसी तरह सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के दूसरे अग्रिम अनुमान में कहा गया था कि 2021-22 में GDP वृद्धि 8.9 प्रतिशत रहेगी। ऐसे में IMF का अनुमान अधिक है।
यूक्रेन को हुए नुकसान का सटीक अंदाजा लगाना मुश्किल- IMF
रूस के साथ युद्ध में उलझे यूक्रेन पर टिप्पणी करते हुए IMF ने कहा कि युद्ध से यूक्रेन को हुए नुकसान का सटीक अंदाजा लगाना मुश्किल है। हालांकि, यह कहा जा सकता है कि यूक्रेन की अर्थव्यवस्था बड़ी गिरावट का सामना कर रही है और साल 2022 में इसे 35 प्रतिशत तक गिरने की संभावना है। IMF के मुख्य अर्थशास्त्री पियरे-ओलिवियर गौरींचस ने कहा, "रूस-यूक्रेन युद्ध से वैश्विक आर्थिक संभावनाएं बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं।"