बेंगलुरू: 'एक के साथ एक फ्री' ऑफर के चक्कर में महिला से 50,000 रुपये की ठगी
इंटरनेट की क्रांति के युग में लगभग हर चीज ऑनलाइन हो गई है। इससे लोगों के कई बड़े काम घर बैठे ही हो रहे हैं, लेकिन हैकर्स भी जमकर लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं। हैकर्स अलग-अलग तरह के विज्ञापनों और ऑफर्स के जरिए यूजर्स की जेब पर डाका डाल रहे हैं। ऐसा ही एक मामला बेंगलुरु से सामने आया है, जहां एक महिला से फेसबुक पर फर्जी विज्ञापन के जरिए 50,000 रुपये की ठगी कर ली गई है।
फेसबुक पर आए 'एक के साथ एक फ्री' के ऑफर में फंसी महिला
इंडिया टुडे के अनुसार दक्षिण बेंगलुरु में येलाचेनाहल्ली निवासी सविता शर्मा (58) ने फेसबुक अकाउंट संचालित करते समय पर एक विज्ञापन देखा, जिसमें 250 रुपये की एक खाने की थाली खरीदने पर एक थाली मुफ्त दिए जाने की पेशकश की गई थी। महिला को यह ऑफर काफी पसंद आया। इसके बाद महिला ने विज्ञापन पर ऑर्डर करने के लिए दिए गए एक नंबर पर कॉल कर दिया और इसके साथ ही वह हैकर्स के चंगुल में फंस गई।
हैकर्स ने ऑनलाइन फॉर्म के जरिए महिला से ली अकाउंट की जानकारी
महिला ने जब विज्ञापन पर दिए गए नंबर पर कॉल किया तो दूसरी तरफ से हैकर ने उन्हें ऑर्डर बुक करने के लिए 10 रुपये का अग्रिम भुगतान करने तथा शेष राशि का भुगतान थाली की डिलीवरी के समय करने को कहा। इसके बाद महिला को फॉर्म भरने के लिए उसके मोबाइल फोन पर एक लिंक भेजा गया, जिसमें उससे अपनी डेबिट कार्ड डिटेल और पिन नंबर शेयर करने को कहा गया। महिला ने सभी जानकारी फॉर्म में भर दी।
महिला के मोबाइल पर आया खाते से रुपये निकाले जाने का मैसेज
ऑनलाइन फॉर्म में पूरी जानकारी शेयर करने के कुछ देर बाद ही महिला के मोबाइल पर उनके खाते से 49,996 रुपये निकाले जाने का मैसेज आ गया। यह देखकर महिला दंग रह गई और उन्होंने फिर से उसी नंबर पर कॉल कर दिया, लेकिन वह नंबर बंद बता रहा था। इसके बाद महिला को समझ आ गया कि वह ऑनलाइन ठगी का शिकार हो गई है। इसको लेकर बाद में महिला ने पुलिस ने शिकायत दर्ज करा दी।
फर्जी निकला विज्ञापन में बताया गया रेस्टोरेंट का पता
महिला की शिकायत पर साइबर क्राइम, आर्थिक अपराध और नारकोटिक्स पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। इसमें पुलिस सबसे पहले फेसबुक विज्ञापन में दिए गए रेस्टोरेंट के पते सदाशिवनगर पहुंची तो वह फर्जी पाया गया। इसके बाद पुलिस ने विज्ञापन पर दिए गए नंबरों की कॉल डिटेल निकलवाने के लिए भेज दी, लेकिन आरोपियों ने उन नंबरों की सिम को भी नष्ट कर दिया। ऐसे में आरोपी अभी तक भी पुलिस की पहुंच से दूर हैं।
ऑनलाइन फ्रॉड से कैसे बचें?
कभी भी फोन पर किसी को अपनी बैंक डिटेल न दें। गैर विश्वसनीय साइटों पर अपनी निजी जानकारी न डालें। किसी से भी अपना OTP शेयर न करें। किसी से अपना बैंकिंग या डेबिट पासवर्ड और पिन या अकाउंट नंबर शेयर न करें।