राम मंदिर ट्रस्ट के खाते से जालसाजों ने निकाले लाखों रुपये, क्लोन चेक का किया इस्तेमाल
अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण अभी शुरू भी नहीं हुआ कि मंदिर के लिए आ रही दान की रकम पर जालसाजों ने हाथ साफ कर दिया। अब तक मंदिर निर्माण के नाम पर फर्जी खाता संचालित कर चंदा मांगने वाले कई जालसाज पकड़े जा चुके हैं, लेकिन राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट के खाते से पैसे निकाले जाने का पहला मामला सामने आया है। दरअसल, कुछ जालसाजों ने क्लोन चेक की मदद से खाते से छह लाख रुपये निकाल लिए।
जालसाजों ने 1 सितंबर से की थी खाते से पैसे निकालने की शुरुआत
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का भारतीय स्टेट बैंक अयोध्या में खाता खुला हुआ है। इसमें ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय और ट्रस्टी डॉ अनिल मिश्र के संयुक्त हस्ताक्षर मान्य है। गत 1 सितंबर को जालसाजों ने क्लोन चेक के जरिए लखनऊ की शखा से 2.50 लाख रुपये पंजाब नेशनल बैंक में ट्रांसफर कर लिए। इसके बाद 8 सितंबर को आरोपियों ने फिर से क्लोन चेक की मदद से 3.50 लाख रुपये ट्रांसफर कर लिए।
बैंक द्वारा सत्यापन करने पर हुआ मामले का खुलासा
जालसाजों ने बुधवार को 9.86 लाख रुपये निकालने के लिए फिर से बैंक में क्लोन चेक लगा दिया। इस पर बैंक की ओर से महामंत्री चंपत राय को फोन कर मामले की जानकारी दी गई। महामंत्री ने चेकबुक की जांच की तो उस नंबर का चेक तो उनके पास ही मिल गया। इस पर पहले के चेकों की जांच की गई तो वह भी चेकबुक में ही मिल गए। महामंत्री के मना करने पर बैंक ने भुगतान को रोक दिया।
महामंत्री ने अयोध्या कोतवाली थाने में दर्ज कराया मामला
अयोध्या पुलिस क्षेत्राधिकारी राजेश राय ने बताया कि राम मंदिर ट्रस्ट के महामंत्री की ओर से क्लोन चेक के जरिए उनके खाते से छह लाख रुपये निकाले जाने की शिकायत दी गई है। इस पर अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 419 (प्रतिरूपण), 420 (धोखाधड़ी), 467 (मूल्यवान सुरक्षा से धोखाधड़ी), 468 (धोखाधड़ी के लिए जालसाजी) और 471 (असली की जगह नकली दस्तावेज का उपयोग) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
घटना के पीछे बड़े गिरोह के होने की संभावना
क्षेत्राधिकारी राय ने बताया कि ट्रस्ट के खाते से PNB के जिस खाते में पैसे ट्रांसफर किए गए थे, उसके आधार पर आरोपियों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। फिलहाल खाते के नकली पते के आधार पर खोले जाने की बात सामने आई है। उन्होंने बताया कि आरोपियों ने रकम निकासी के लिए चेक की क्लोनिंग की थी। ऐसे में इसके पीछे किसी बड़े गिरोह के होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।
विश्व हिंदू परिषद ने की कार्रवाई की मांग
मामले में विश्व हिंदू परिषद के क्षेत्रीय प्रवक्ता शरद शर्मा ने जालसाजी को एक गंभीर मुद्दा बताया है। उन्होंने कहा कि चेकों की इस क्लोनिंग में शामिल लोगों के खिलाफ तत्काल और कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए। श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट ने भी इस मुद्दे को गंभीरता से लिया है। बता दें कि गत 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने मंदिर की आधारशिला रखी थी।