कर्नाटक: अरकेश्वर मंदिर में तीन पुजारियों की नृशंस हत्या, आरोपियों ने कुचले सिर
क्या है खबर?
कर्नाटक में मांड्या शहर के गुट्टालु क्षेत्र में तीन पुजारियों की नृशंस हत्या किए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है।
दरअसल, गुट्टालु क्षेत्र में स्थित अरकेश्वर मंदिर में गुरुवार रात को आरोपियों ने तीन पुजारियों की बेरहमी से हत्या कर दी और उनके सिर को पत्थर से कुचल दिया।
सुबह जब ग्रामीण मंदिर पहुंचे तो दरवाजा खुला हुआ था। उन्होंने अंदर जाकर देखा तो तीनों पुजारियों के शव एक कुंड में पड़े थे। जिसमें खून भी भरा था।
वारदात
मंदिर की रखवाली करते थे तीनों पुजारी
TOI के अनुसार पुलिस महानिरीक्षक (IGP) विपुल कुमार ने बताया कि तीनों पुजारियों की पहचान प्रकाश (36), गणेश (35) और आनंद (33) के रूप में हुई है। तीनों आपस में चचेरे भाई थे और मंदिर की रखवाली करते थे।
उन्होंने बताया कि मौके पर पुजारियों द्वारा जान बचाने के लिए संघर्ष करने के कोई सुराग नहीं मिले हैं। संभवत: वारदात के समय तीनों पुजारी गहरी नींद में सो रहे होंगे और उसी दौरान आरोपियों ने उनकी हत्या कर दी।
कारण
पुलिस ने डकैती को बताया हत्या का कारण
IGP विमल ने वारदात के पीछे डकैती को कारण बताया है।
उन्होंने कहा कि मंदिर में दान के लिए रखी गई तीनों कुंडियां बाहर की तरफ मिली है। आरोपी इन कुंडियों में से नोट तो ले गए, लेकिन सिक्के मौके पर ही छोड़ गए। इससे यह साफ है कि उन्होंने मंदिर का दान लूटने के लिए पुजारियों की हत्या की है।
उन्होंने वारदात में तीन से अधिक आरोपियों के होने की आशंका जताई है।
तोड़फोड़
आरोपियों ने गर्भगृह में भी की तोड़फोड़
IGP विमल ने बताया कि आरोपियों ने अधिक संपत्ति की चाहत में मंदिर के गर्भगृह में भी तोड़फोड़ की है। हालांकि, मंदिर से गई कुल संपत्ति का अभी अनुमान लगाना मुश्किल है। इस संबंध में पूर्वी मांड्या पुलिस थाने में हत्या और डकैती का मामला दर्ज किया गया है।
आरोपियों की तलाश के लिए खोजी कुत्तों की मदद ली जा रही है। इसी तरह मांड्या पुलिस अधीक्षक ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें गठित की है।
मुआवजा
मुख्यमंत्री ने की मृतक पुजारियों को मुआवजा देने की घोषणा
इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री बीएस युदियुरप्पा ने भी दुख जताया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना गंभीर मामला है। वह मृतक पुजारियों के परिवार के साथ हैं।
उन्होंने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है।
बता दें कि घटना के बाद से लोगों में दहशत फैली हुई है। यह मंदिर मुजराई विभाग के अंतर्गत आता हैं और गुट्टालु में इसे B समूह मंदिर के रूप में दर्जा दिया गया है।