केंद्र सरकार की आपत्ति के बाद केरल सरकार ने वापस लीं लॉकडाउन में अतिरिक्त छूटें
क्या है खबर?
केंद्र सरकार की सख्त आपत्ति के बाद केरल सरकार ने लॉकडाउन में दी गईं अतिरिक्त छूटों को वापस ले लिया है।
राज्य सरकार ने कुछ जिलों में आज से रेस्टोरेंट खोलने और बसें चलाने समेत कई तरह की छूटें दी थीं जो 15 अप्रैल को जारी गृह मंत्रालय की गाइडलाइंस के दायरे से बाहर थीं।
गृह मंत्रालय ने पत्र लिखते हुए इन अतिरिक्त रियायतों पर आपत्ति जताई थी जिसके बाद केरल सरकार ने इन्हें वापस ले लिया है।
मामला
आज से कुछ इलाकों में लॉकडाउन में रियायत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन को तीन मई तक बढ़ाने का ऐलान करते हुए कहा था कि 20 अप्रैल को समीक्षा के बाद जिन इलाकों में कोरोना वायरस के मामले बेहद कम हैं, वहां शर्तों के साथ लॉकडाउन में कुछ छूट दी जाएगी।
सभी राज्यों ने अपने-अपने स्तर पर ऐसा इलाकों की सूची बनाई है जहां कोरोना वायरस के मामले कम हैं और इन इलाकों में आज से कृषि समेत कुछ आर्थिक गतिविधियों की इजाजत दी जा रही है।
लॉकडाउन में छूट
केरल सरकार ने दी थीं ये रियायतें
इसी कड़ी में केरल सरकार ने आज से लॉकडाउन में कई ऐसी छूटें दी थीं जो गृह मंत्रालय की गाइडलाइंस के खिलाफ थीं।
राज्य सरकार ने स्थानीय कार्यशालाओं, नाई की दुकानों, रेस्टोरेंट्स, बुक स्टोर्स और नगर पालिका सीमा में छोटे और मध्यम उद्योगों को खोलने की इजाजत दी थी। इसके अलावा छोटी दूरी के लिए शहरों या कस्बों में बस यात्रा और चौपहिया गाड़ियों की पिछली सीट पर दो यात्रियों के साथ यात्रा की इजाजत भी दी गई थी।
आपत्ति
गृह मंत्रालय ने जताई रियायतों पर आपत्ति
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केरल सरकार के इस फैसले पर सख्त आपत्ति जताई थी और इसे लॉकडाउन गाइडलाइंस को कमजोर करने वाला फैसला बताया था।
गृह सचिव अजय भल्ला ने केरल के मुख्य सचिव को पत्र लिखते हुए गृह मंत्रालय की 15 अप्रैल की गाइडलाइंस को सख्ती से लागू करने को कहा था।
उन्होंने अन्य राज्यों के मुख्य सचिवों को भी पत्र लिखा था और उनसे लॉकडाउन के नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने को कहा था।
बयान
राज्य सरकार ने संवाद में कमी को ठहराया जिम्मेदार
गृह मंत्रालय की इस सख्त आपत्ति के बाद अब केरल सरकार ने लॉकडाउन में अतिरिक्त छूटों को वापस ले लिया है। राज्य सरकार ने संवाद की कमी को इस पूरे प्रकरण का कारण बताया है।
इससे पहले राज्य सरकार ने अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा था कि उसने केंद्र सरकार को जानकारी देने के बाद ही ये छूटें दी थीं और सबकुछ केंद्र की गाइडलाइंस के हिसाब से ही किया जा रहा है।
स्थिति
केरल में क्या है कोरोना वायरस की स्थिति?
केरल में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमण के 402 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से तीन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है, वहीं 270 को सफल इलाज के बाद घर भेजा जा चुका है।
राज्य के 14 में से चार जिले कोरोना वायरस के रेड जोन में हैं। वहीं राज्य की राजधानी तिरुवनंतपुरम समेत आठ जिले ऑरेंज जिले में हैं। बाकी दो जिले ग्रीन जोन में हैं।
ऑरेंज और ग्रीन जोन में ये रियायतें दी गईं थीं।
सफलता
कोरोना को काबू करने में कामयाब रहा है केरल
केरल भारत का पहला ऐसा राज्य था जहां कोरोना वायरस का कोई मामला सामने आया था और कई हफ्तों तक वह महाराष्ट्र के बाद सबसे अधिक प्रभावित राज्य रहा था।
लेकिन मौजूदा आंकड़ों को देखते हुए लगता है कि केरल कोरोना को काबू में करने में कामयाब रहा है। यहां पिछले कई दिनों में इकाई में मामले सामने आए रहे हैं।
राज्य की मृत्यु दर देश में सबसे कम है और ठीक होने वाले मरीजों का अनुपात सबसे अधिक है।