केरल में कोरोना वायरस के 14 नए मामले, सरकार ने बंद किए स्कूल और सिनेमाघर
कोरोना वायरस के 14 नए मामले सामने आने के बाद केरल सरकार ने चार जिलों में स्वास्थ्य आपातकाल घोषित कर दिया है और कई तरह की पाबंदियां लगा दी हैं। राज्य सरकार ने सभी शिक्षण संस्थानों को 31 मार्च तक के लिए बंद कर दिया है। इसके अलावा लोगों के सार्वजनिक तौर पर इकट्ठा होने पर भी पाबंदी लगाई गई है। इस बीच पूरे भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 52 हो गई है।
तीन वर्षीय बच्चे के माता-पिता भी वायरस से संक्रमित
केरल में कोरोना वायरस का ताजा मामला उस तीन वर्षीय बच्चे के माता-पिता का है जो कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था। बच्चे को इटली में संक्रमण हुआ था जहां से तीनों वापस लौटे थे। इन तीनों के संपर्क में आए छह लोगों को भी वायरस से संक्रमित पाया गया है। बता दें कि भारत में कोरोना वायरस के पहले तीन मामले केरल में ही सामने आए थे जो अब पूरी तरह ठीक हो चुके हैं।
दो दर्जन लोगों की टेस्टिंग के आज आएंगे नतीजे
इसके अलावा लगभग दो दर्जन लोगों की टेस्टिंग के नतीजे आज शाम तक आने हैं और कुल संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ सकती है। वहीं लगभग 1500 लोगों को भी निगरानी में रखा जा रहा है जिसमें से 259 अस्पतालों में भर्ती हैं।
शिक्षण संस्थानों और सिनेमाघरों को किया गया बंद
इस बीच नए मामले सामने आने के बाद केरल सरकार ने कई तरह की पाबंदियां लगा दी हैं। शिक्षण संस्थानों और सिनेमाघरों को 31 मार्च तक बंद रखने का आदेश दिया गया है। CBSE और ICSE सहित सभी स्कूलों की परीक्षाओं को भी रद्द कर दिया गया है। इसके अलावा सरकार के सभी कार्यक्रमों को भी स्थगित कर दिया गया है और लोगों को सार्वजनिक रूप से इकट्ठा न होने की सलाह दी गई है।
धार्मिक संस्थाओं ने किया राज्य सरकार का समर्थन
मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर के पुजारियों से कहा है कि वे अपनी पूजा जारी रख सकते हैं लेकिन लोगों को दर्शन से बचने की सलाह दी है। सबरीमाला और गुरुवायुर मंदिर के पुजारियों ने सरकार का समर्थन करते हुए अपनी दैनिक गतिविधियों को कम कर दिया है। वहीं कैथोलिक बिशप काउंसिल ने पूजा करने के लिए विशेष गाइडलाइंस जारी की हैं। नायर सर्विस सोसाइटी ने लोगों से बड़ी संख्या में इकट्ठा न होने की अपील की है।
केरल की स्वास्थ्य मंत्री बोलीं- हमें लोगों के सहयोग की जरूरत
केरल सरकार अन्य कई तरीकों से भी कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के प्रयास कर रही है। इसमें एयरपोर्ट पर अनिवार्य स्क्रीनिंग से लेकर पंचायत स्तर की स्थानीय संस्थाओं को सक्रिय करना तक शामिल है। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने कहा है, "हम सभी उपलब्ध संसाधनों की मदद से लड़ाई लड़ रहे हैं। हमें लोगों के सहयोग की जरूरत है। हम सभी को सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है।"
"रोड और ट्रेन के जरिए भी राज्य में घुस सकते हैं संक्रमित लोग"
शैलजा ने कहा कि एयरपोर्ट एकमात्र ऐसी जगहें नहीं हैं जहां से संक्रमित लोग राज्य में घुस सकते हैं। उन्होंने कहा, "ऐसी जरूरी नहीं है कि सभी संभावित केस एयरपोर्ट से ही आएं। इनमें रोड और ट्रेन से सफर करने वाले लोग भी शामिल हो सकते हैं। मास्क और सैनिटाइजर्स की कमी पर उन्होंने कहा कि सभी देशों को इस समस्या का सामना करना पड़ रहा है और उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन से इस बारे में बात की है।
इटली से वापस लाए गए 42 केरलवासी
इसके अलावा केरल सरकार विदेश में फंसे अपने नागरिकों को वापस लाने में भी जुटी हुई है। इटली के रोम में फंसे 45 केरलवासियों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए मुख्यमंत्री विजयन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था, जिसके बाद आज सुबह 42 लोगों को भारत वापस लाया गया। उन्हें कोच्चि एयरपोर्ट पर अलग स्थान पर रखा जा रहा है और अभी तक किसी के भी वायरस से संक्रमित होने की खबर नहीं है।