चीनः टू-चाइल्ड पॉलिसी को नहीं मिली कामयाबी, शिशुओं की संख्या में 20 लाख की गिरावट
क्या है खबर?
विश्व में सबसे अधिक जनसंख्या वाले देश चीन में नागरिकों को लंबे समय तक केवल एक बच्चा पैदा करने की अनुमति थी। इस नीति को सरकार ने 2016 में बंद कर दिया था।
जन्मदर में इजाफे के लिए नागरिकों को दो बच्चें करने की अनुमति दी गई। इसे टू-चाइल्ड पॉलिसी कहा गया।
जन्मदर में आ रही गिरावट को रोकने में यह पॉलिसी नाकामयाब हुई है। पिछले साल चीन में शिशुओं की संख्या में 20 लाख की कमी आई है।
डाटा
चीन में बढ़ रही है बुजुर्गों की संख्या
बुजर्गों की संख्या बढ़ने और युवाओं की संख्या घटने के कारण चीन ने एक बच्चेे की नीति को वापस लिया था। 2016 के आखिर तक चीन में 60 या इससे ज्यादा उम्र वाले करीब 23.8 करोड़ लोग थे। ये जनसंख्या का 16.7 फीसदी हिस्सा थे।
जन्मदर
इस साल भी जारी रहेगा सिलसिला
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, टू-चाइल्ड पॉलिसी लागू होने के बाद भी 2018 में पैदा होने वाले नवजातों की संख्या 20 लाख तक गिरी है। कहा जा रहा है कि इस साल भी यह सिलसिला जारी रहेगा।
साल 2018 में पिछले साल की तुलना में शिशुओं की संख्या में 15 फीसदी की कमी आई है।
2017 में चीन में शिशुओं की संख्या 1.72 करोड़ से ज्यादा थी। इस हिसाब से संख्या में 20 लाख की कमी आने का अनुमान है।
नतीजे
उम्मीद के मुताबिक नहीं रहे नतीजे
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जन्मदर में बढ़ोतरी हेल्थ अथॉरिटी की अपेक्षा से कम रही है। अथॉरिटी का अनुमान था कि दो बच्चों की नीति लागू होने के बाद 2017 में जन्मदर 1.97 और 2018 में 2.09 प्रतिशत रहेगी।
इस हिसाब से अधिकारियों ने अनुमान लगाया था कि 2018 में शिशुओं की संख्या 2017 के मुकाबले 7.90 लाख ज्यादा रहेगी।
अधिकारियों ने बताया कि अगले कुछ सालों तक शिशुओं की संख्या में गिरावट जारी रहेगी।