भारत अगले साल बन जाएगा सबसे अधिक आबादी वाला देश, चीन को छोड़ देगा पीछे- UN
संयुक्त राष्ट्र (UN) ने अपनी एक रिपोर्ट में अनुमान लगाया है कि भारत अगले साल चीन को पीछे छोड़ दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा। रिपोर्ट में इस साल नवंबर में वैश्विक आबादी आठ अरब के पार होने की बात भी कही गई है। UN के आर्थिक और सामाजिक मामलों के विभाग की जनसंख्या डिविजन ने 'वर्ल्ड पॉपुलेशन प्रोसपेक्ट्स 2022' नामक अपनी रिपोर्ट में 15 नवंबर को दुनिया की आबादी आठ अरब होने का अनुमान लगाया है।
चीन और भारत को लेकर क्या अनुमान लगाया गया है?
रिपोर्ट के अनुसार, अभी 1.426 अरब जनसंख्या के साथ चीन सबसे अधिक आबादी वाला देश है, वहीं 1.412 अरब आबादी के साथ भारत उससे बहुत ज्यादा पीछे नहीं हैं। अनुमान है कि भारत 2023 में चीन को पीछे छोड़ देगा और दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा। रिपोर्ट में 2050 में भारत की आबादी 1.668 अरब पहुंचने का अनुमान है, वहीं तब चीन की आबादी 1.317 अरब होगी।
पूर्वी एशिया और दक्षिण-पूर्वी एशिया सबसे अधिक आबादी वाले क्षेत्र
UN की रिपोर्ट में बताया गया है कि अभी पूर्वी एशिया और दक्षिण-पूर्वी एशिया दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाले क्षेत्र हैं। पूर्वी एशिया की आबादी 2.3 अरब है जो कि वैश्विक आबादी की 29 प्रतिशत है, वहीं दक्षिण-पूर्वी एशिया की आबादी 2.1 अरब (वैश्विक आबादी की 26 प्रतिशत) है। पहले इलाके में चीन और दूसरे इलाके में भारत की आबादी सबसे अधिक है। दोनों की आबादी 1.4 अरब से अधिक है।
1950 के बाद सबसे कम रफ्तार से बढ़ रही है वैश्विक आबादी
UN के अनुसार, अभी वैश्विक आबादी 1950 के बाद सबसे कम दर से बढ़ रही है और 2020 में इसके बढ़ने की रफ्तार एक प्रतिशत से भी कम हो गई थी। रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया की आबादी 2030 तक 8.5 अरब हो सकती है, वहीं 2050 तक यह 9.7 अरब हो जाएगी। वैश्विक आबादी 2080 के दशक में 10.4 अरब जनसंख्या के साथ पीक करेगी और 2100 तक इसी स्तर पर रहेगी।
बढ़ने वाली आबादी में मात्र आठ देशों की होगी आधी हिस्सेदारी
रिपोर्ट के अनुसार, 2050 तक वैश्विक आबादी में होने वाले इजाफे में मात्र आठ देशों की आधी हिस्सेदारी होगी। इन देशों में कांगो, मिस्र, इथोपिया, भारत, नाइजीरिया, पाकिस्तान, फिलीपींस और तंजानिया शामिल हैं।
आबादी में बढ़ेगी बुजुर्गों की हिस्सेदारी
रिपोर्ट में वैश्विक आबादी में बुजुर्गों की हिस्सेदारी बढ़ने का अनुमान भी लगाया गया है। 65 साल से अधिक उम्र के लोगों की संख्या जिस रफ्तार से बढ़ रही है, उस हिसाब से 2050 तक दुनिया के हर छह में से एक व्यक्ति (16 प्रतिशत) 65 साल से अधिक उम्र का होगा। अभी हर 10 में से एक व्यक्ति 65 साल से अधिक उम्र का है और वैश्विक आबादी में उनकी 10 प्रतिशत हिस्सेदारी है।