कतर: भारतीय राजदूत ने की सजायाफ्ता 8 पूर्व नौसैनिकों से मुलाकात, 2 सुनवाई हुईं
क्या है खबर?
कतर में जासूसी के कथित आरोप में मौत की सजा पाए 8 पूर्व नौसैनिकों से रविवार को भारतीय राजदूत ने मुलाकात की। यह जानकारी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने दी।
बागची ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया, "मामले में 2 सुनवाई हो चुकी हैं। हमने परिवारों की ओर से एक अपील दायर की थी, जो बंदियों की अंतिम अपील थी। तब से 23 और 30 नवंबर को सुनवाई हो चुकी हैं। हम मामले पर बारीकी से नजर रखे हैं।"
बयान
बागची बोली- सभी कानूनी और कांसुलर मदद प्रदान की जा रही
बागची ने आगे कहा, "मामले में सभी कानूनी और कांसुलर सहायता प्रदान की जा रही है। इस बीच हमारे राजदूत को जेल में इन सभी 8 लोगों से मिलने के लिए 3 दिंसबर को काउंसलर एक्सेस मिली। यह एक संवेदनशील मुद्दा है, लेकिन इसका पालन जारी रखेंगे और जो भी हम साझा कर सकते हैं, हम करेंगे।"
NDTV के मुताबिक, नाविकों के साथ राजदूत की बैठक को एक सकारात्मक कदम के रूप में देखा गया है। अगली बैठक जल्द होगी।
मुलाकात
COP28 में कतर के शासक से मिले थे प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले हफ्ते COP28 जलवायु शिखर सम्मेलन के दौरान कतर के शासक शेख तमीम बिन हमद अल-थानी से मिले थे।
इस मुलाकात में क्या बातचीत हुई, इस पर बागची ने कहा कि सम्मेलन में दोनों देशों के बीच समग्र द्विपक्षीय संबंधों के साथ-साथ भारतीय समुदाय की भलाई के लिए अच्छी बातचीत हुई है।
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के कतर के शासक के सामने नौसैनिकों का मुद्दा उठाने पर कोई ठोस जानकारी नहीं दी।
घटना
क्या है नौसैनिकों का मामला?
इसी साल अक्टूबर में कतर की कोर्ट ने भारतीय नौसेना के 8 पूर्व अधिकारियों को मौत की सजा सुनाई थी।
उन पर कतर की एक पनडुब्बी परियोजना से जुड़ी गोपनीय जानकारियां इजरायल को देने का आरोप है। कतर सरकार ने आरोपों के बारे में आधिकारिक जानकारी नहीं दी है।
ये सभी अधिकारी दोहा स्थित अल-दहरा नामक कंपनी में काम करते थे, जो नौसेना को ट्रेनिंग देती है।
सभी लोगों को अगस्त, 2022 में गिरफ्तार किया गया था।
नाम
कौन हैं सजायाफ्ता पूर्व नौसैनिक?
सजायाफ्ता अधिकारियों में कैप्टन नवतेज सिंह गिल, कैप्टन बीरेंद्र कुमार वर्मा, कमांडर पूर्णंदू तिवारी, कैप्टन सौरभ वशिष्ठ, कमांडर अमित नागपाल, कमांडर सुगुनाकर पकाला, कमांडर संजीव गुप्ता और नाविक रागेश शामिल हैं।
कमांडर तिवारी को 2019 में राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। गिरफ्तार अधिकारियों में वे इकलौते शख्स हैं, जिन्हें यह सम्मान मिला है।
उन्हें कतर में भी पूर्व भारतीय राजदूत और कतर डिफेंस फोर्सेस इंटरनेशनल मिलिट्री कॉर्पोरेशन के पूर्व अध्यक्ष ने सम्मानित किया था।
संबंध
न्यूजबाइट्स प्लस
भारत और कतर के बीच काफी अच्छे संबंध हैं और इसी साल दोनों देश अपने राजनयिक संबंध स्थापित होने की 50वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।
दोनों देशों के नेता कई बार एक-दूसरे देश का दौरा कर चुके हैं। कतर के प्रधानमंत्री, अमीर और कई मंत्री भारत का दौरा कर चुके हैं। 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कतर का दौरा किया था।
इसके बावजूद इस मामले को लेकर दोनों देशों के कूटनीतिक संबंधों में चुनौतियों पैदा हो रही हैं।