अफगानिस्तान: अभी भी दूतावास में फंसे हुए हैं विदेश मंत्रालय के कर्मचारियों समेत 200 भारतीय- रिपोर्ट
विदेश मंत्रालय के कर्मचारियों समेत 200 से अधिक भारतीय अभी भी अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में फंसे हुए हैं। NDTV ने सूत्रों के हवाले से ये जानकारी दी है। ये भारतीय नागरिक भारतीय दूतावास में हैं और इनमें दूतावास की सुरक्षा करने वाले अर्धसैनिक बल भी शामिल हैं। उन्हें लाने के लिए एयर इंडिया का एक विशेष विमान काबुल एयरपोर्ट पर खड़ा भी है, लेकिन एयर स्पेस बंद होने के कारण इसे दिल्ली नहीं लाया जा सकता।
भारतीयों को दूतावास से सुरक्षित एयरपोर्ट लाना एक बड़ी चिंता
सूत्रों ने बताया कि इस समय एक बड़ी चिंता ये है कि दूतावास में फंसे भारतीयों को किस तरह सुरक्षित तरीके से एयरपोर्ट लाया जाए क्योंकि तालिबान ने शहर में कर्फ्यू लगाया हुआ है। सूत्रों ने बताया कि भारतीय नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए कैबिनेट सचिव विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बातचीत कर रहे हैं और योजना लगभग तैयार है। दूतावास में फंसे लोगों में भारतीय-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के लगभग 100 जवान शामिल हैं।
पहले से ही भारतीयों को न निकालने पर उठ रहे सवाल
इस बात पर भी सवाल उठ रहे हैं कि सभी भारतीयों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए सही समय पर कदम क्यों नहीं उठाए गए थे। एक के बाद एक शहरों पर तालिबान के कब्जे को देखते हुए इसकी तैयारी होनी चाहिए थी।
आज दिन में बंद कर दिया गया था अफगानिस्तान का एयर स्पेस
बता दें कि आज सुबह हजारों लोगों की भीड़ के काबुल एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद अफगानिस्तान के एयर स्पेस को बंद कर दिया गया था और अफगानिस्तान के नागरिक उड्ययन प्राधिकरण ने सभी यात्री विमानों को रास्ता बदलने को कहा था। एक NOTAM (नोटिस टू एयरमैन) जारी कर इस आदेश के बारे में बताया गया था। इसके कारण भारत को भी 12:30 बजे दिल्ली से काबुल जाने वाली उड़ान को रद्द करना पड़ा था।
हवाई अड्डे पर हजारों की भीड़, पांच की मौत
बता दें कि तालिबान के कब्जे के बाद हजारों लोग अफगानिस्तान छोड़कर जाना चाहते हैं। आज सुबह हजारों लोगों की भीड़ काबुल एयरपोर्ट पर पहुंच गई और उन्हें दूर रखने के लिए अमेरिकी सैनिकों को कई बार हवा में फायरिंग करनी पड़ी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जबरदस्ती विमानों में घुसने की कोशिश में पांच लोगों की मौत हो गई है। इसके अलावा विमान के पहियों पर बैठकर जा रहे दो लोगों की भी गिरने से मौत हो गई।
अफगानिस्तान में जल्द अपनी सरकार बनाएगा तालिबान
गौरतलब है कि काबुल पर कब्जे के साथ ही पूरा अफगानिस्तान तालिबान के कब्जे में आ गया है। तालिबान ने युद्ध समाप्ति की घोषणा करते हुए कहा है कि वह जल्द ही देश की नई शासन व्यवस्था की जानकारी देगा। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी और उप राष्ट्रपति अमीरुल्लाह सालेह ने रविवार को ही देश छोड़ दिया था। ताजिकिस्तान के शरण देने से इनकार करने के बाद गनी ओमान पहुंच गए हैं। यहां से वो अमेरिका जा सकते हैं।