सबसे बड़ा इवेक्युएशन अभियान: पहले हफ्ते में 13 देशों से वापस लाए जाएंगे 14,800 भारतीय
कोरोना वायरस संकट के कारण विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए अब तक के सबसे बड़े इवेक्युएशन अभियान का खाका तैयार कर लिया गया है। 7 मई से शुरू होने वाले इस अभियान के पहले हफ्ते में 13 देशों से 14,800 भारतीयों को वापस लाया जाएगा। इन देशों में 64 विमान भेजे जाएंगे। इस दौरान नौसेना के चार जहाजों और वायुसेना के 30 विमानों को स्टैंडबाई पर रखा जाएगा।
सरकार ने कल किया था अभियान का ऐलान
सोमवार को केंद्र सरकार ने विदेशों में फंसे भारतीयों को चरणों में नौसेना के जहाजों और विमानों के जरिए भारत वापस लाने का ऐलान किया था। सरकार ने कहा था कि भारतीय दूतावास भारत लौटने के इच्छुक भारतीयों की सूची तैयार कर रहे हैं और 7 मई से उन्हें वापस लाना शुरू किया जाएगा। हवाई यात्रा के लिए व्यावसायिक उड़ानों का इंतजाम किया जाएगा और वापस आने वाले लोगों को अपना किराया खुद देना होगा।
इन देशों में जाएंगी उड़ानें, केरल भेजेगा सबसे अधिक फ्लाइट
अब विदेश मंत्रालय ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय के साथ इस अभियान के पहले हफ्ते का खाका साझा किया है जिसमें 13 देशों से 14,800 भारतीयों को वापस लाया जाएगा। 64 उड़ानों के जरिए फिलीपींस, सिंगापुर, बांग्लादेश, संयुक्त अरब अमीरात (UAE), यूनाइटेड किंगडम (UK), सऊदी अरब, कतर, अमेरिका, ओमान, बहरीन और मलेशिया आदि शामिल हैं। केरल की तरफ से सबसे अधिक 15 फ्लाइट भेजी जाएंगी। वहीं दिल्ली और तमिलनाडु से 11-11 और महाराष्ट्र और तेलंगाना से सात-सात फ्लाइट भेजी जाएंगी।
इस तरीके से हर दिन वापस लाए जाएंगे भारतीय
विदेश मंत्रालय की योजना के अनुसार, पहले दिन 10 उड़ानों के जरिए 10 देशों से 2,300 भारतीयों को वतन वापस लाया जाएगा। वहीं दूसरे दिन नौ अलग-अलग देशों से 2,050 भारतीयों को वापस लाया जाएगा। इसी तरह तीसरे दिन नौ देशों से 2,050, चौथे दिन आठ देशों से 1,850, पांचवें दिन नौ देशों से 2,200, छठवें दिन 11 देशों से 2,500 और सातवें दिन आठ देशों से 1,850 भारतीयों को वापस लाया जाएगा।
विमान में चढ़ने से पहले भरना होगा फॉर्म
विमान में चढ़ने से पहले सभी यात्रियों को एक फॉर्म भरना होगा और भारत पहुंचने पर स्वास्थ्य और इमिग्रेशन के काउंटर पर इसकी एक-एक कॉपी देनी होगी। इसमें उन्हें बताना होगा कि उन्हें बुखार, कफ, डायबिटीज या अन्य कोई सांस संबंधी दिक्कत तो नहीं है।
यात्रियों को करना होगा इन गाइडलाइंस का पालन
कल केंद्र सरकार ने भी इन यात्रियों के लिए गाइडलाइंस जारी की थीं जिनका उन्हें पालन करना होगा। इन गाइडलाइंस के मुताबिक, सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग की जाएगी और जिनमें कोरोना वायरस जैसे लक्षण नहीं होंगे, केवल उन्हीं को यात्रा की इजाजत होगी। यात्रा के दौरान सभी यात्रियों को स्वास्थ्य मंत्रालय और नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा जारी प्रोटोकॉल्स का पालन करना होगा। भारत पहुंचने पर उन्हें 'आरोग्य सेतु' ऐप डाउनलोड करना पड़ेगा।
भारत आने के बाद 14 दिन क्वारंटाइन किए जाएंगे यात्री
केंद्र सरकार के बयान के अनुसार, भारत पहुंचने के बाद यात्रियों की मेडिकल स्क्रीनिंग की जाएगी और इस जांच के बाद उन्हें 14 दिन के लिए क्वारंटाइन किया जाएगा। यात्री पैसे देकर राज्य सरकारों द्वारा तैयार क्वारंटाइन केंद्रों में भी रह सकेंगे। 14 दिन के बाद उनका कोरोना वायरस का टेस्ट किया जाएगा और उनके नतीजे के बाद गाइडलाइंस के तहत कदम उठाए जाएंगे। सरकार ने राज्यों से टेस्टिंग और क्वारंटाइन समेत सभी तैयारियां करने को कहा है।
होगा भारत का अब तक का सबसे बड़ा इवेक्युएशन अभियान
अधिकारियों के अनुसार, अभी लगभग एक करोड़ लोग भारतीय पासपोर्ट पर विदेश में हैं जिनमें से 1.9 लाख से अधिक को वापस लाए जाने की जरूरत है। ये भारत की तरफ से अब तक का सबसे बड़ा इवेक्युएशन ऑपरेशन होगा। भारत द्वारा अब तक का सबसे बड़ा इवेक्युएशन ऑपरेशन 1990 के खाड़ी युद्ध के दौरान चलाया गया था। तब ईराक के कुवैत पर हमले के बाद भारत ने कुवैत में फंसे 1.7 लाख भारतीयों को एयरलिफ्ट किया था।