
एंड्रॉयड 15 और 16 यूजर्स पर साइबर हमले का खतरा, सरकार ने जारी की चेतावनी
क्या है खबर?
भारत सरकार के कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया दल (CERT-In) ने एंड्रॉयड 15 और 16 वर्जन पर चलने वाले स्मार्टफोनों को लेकर गंभीर सुरक्षा चेतावनी जारी की है। यह खतरा खासकर सैमसंग जैसे नए डिवाइसों और लाखों पुराने एंड्रॉयड यूजर्स को प्रभावित कर सकता है। रिपोर्ट में बताया गया है कि इन खामियों का फायदा उठाकर हैकर्स संवेदनशील जानकारी चुरा सकते हैं और फोन पर सर्विस डिनायल यानी सिस्टम बंद करने जैसी स्थिति पैदा कर सकते हैं।
समस्या
क्यों है यह समस्या खतरनाक?
CERT-In के बुलेटिन में कहा गया है कि एंड्रॉयड की यह खामी केवल पुराने वर्जन तक सीमित नहीं है, बल्कि नए संस्करणों में भी मौजूद है। इससे स्पष्ट है कि खतरा हर निर्माता और हर यूजर तक पहुंच सकता है। सरकार ने कहा कि यह कमजोरी फ्रेमवर्क, सिस्टम, कर्नेल और विभिन्न चिपसेट कंपनियों से जुड़ी तकनीकों में पाई गई है। ऐसे में यह समस्या केवल एक ब्रांड नहीं बल्कि पूरे एंड्रॉयड इकोसिस्टम को प्रभावित करती है।
शेड्यूलिंग
किन लोगों को है सबसे ज्यादा खतरा?
सुरक्षा बुलेटिन के अनुसार, इस कमजोरी का असर लगभग सभी एंड्रॉइड फोन ब्रांडों पर हो सकता है। इससे यूजर्स के निजी डाटा, फोटो, बैंकिंग जानकारी और पासवर्ड तक खतरा पहुंच सकता है। हैकर्स डिवाइस में सेंध लगाकर उपभोक्ताओं की व्यक्तिगत जानकारी चुरा सकते हैं और यहां तक कि ऑनलाइन पैसों की चोरी भी संभव है। इसलिए सरकार ने उपभोक्ताओं को तुरंत सतर्क रहने और अपने डिवाइस का सुरक्षा स्तर जाँचने की सलाह दी है।
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क्या है एंड्रॉयड का समाधान?
गूगल ने कहा है कि इन सुरक्षा समस्याओं का समाधान कर लिया गया है और अगस्त, 2025 का सुरक्षा अपडेट इसमें शामिल है। कंपनी का कहना है कि 5 अगस्त, 2025 या उसके बाद का सुरक्षा पैच लेवल इंस्टॉल करने से यह खतरा दूर हो जाएगा। सैमसंग, वनप्लस, श्याओमी और वीवो जैसे ब्रांड अपने-अपने यूजर्स के लिए सुरक्षा अपडेट जारी कर रहे हैं। यूजर्स को सलाह दी गई है कि वे तुरंत अपडेट चेक करके अपने फोन को सुरक्षित करें।