इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग परिसर में भी दिखा ड्रोन, भारत में जताई कड़ी आपत्ति
जम्मू में वायुसेना स्टेशन पर हुए ड्रोन हमले के बाद अब पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में स्थित भारतीय उच्चायोग परिसर में भी ड्रोन दिखाई देने की खबर सामने आई है। इस मामले को भारत ने बेहद गंभीरता से लिया और इसे उच्चायोग की सुरक्षा में सेंध करार दिया है। भारत सरकार ने पाकिस्तान सरकार से मामले को लेकर कड़ी आपत्ति जताई है, लेकिन पाकिस्तान की ओर से अभी तक इस पर कोई जवाब नहीं दिया गया है।
26 जून की रात वायुसेना स्टेशन पर हुआ था ड्रोन से हमला
बता दें कि गत 26 जून रात को पांच मिनट के भीतर वायुसेना स्टेशन में मौजूद जम्मू हवाई अड्डे में दो धमाके हुए थे। हमले में दो अलग-अलग ड्रोन्स के जरिए 50 यार्ड की दूरी पर 5-6 किलोग्राम RDX डाला गया था। इस हमले में दो वायुसैनिकों को मामूली चोटें आई थीं। वायुसेना की तरफ से बताया गया कि एक धमाके से एक इमारत की छत को नुकसान पहुंचा था और दूसरा धमाका खाली जगह पर हुआ था।
हमले के पीछे लश्कर का हाथ- रिपोर्ट
जम्मू में वायु सेना के हवाई अड्डे पर ड्रोन हमले के मामले में पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का हाथ सामने आया है। एक रिपोर्ट के अनुसार, शुरूआती जांच में 6 किलोग्राम IED के साथ गिरफ्तार किए गए लश्कर के आतंकी का संबंध इस ड्रोन हमले से पाया गया है। लश्कर ने इस हमले के जरिए वायुसेना के एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) और हेलीकॉप्टर्स को निशाना बनाने की कोशिश की थी।
हमले के बाद से नियमित रूप से देखे जा रहे ड्रोन
इस हमले के बाद जम्मू में लगातार ड्रोन देखे जा रहे हैं। सोमवार को कालूचक और रत्नुचक, मंगलवार को रत्नुचक, कालूचक और कुंजवानी और शुक्रवार को अरनिया सेक्टर में सीमा पर ड्रोन दिखाई दिए थे। हालांकि, सेना की फायरिंग के बाद ड्रोन गायब हो गए।
इस्लामाबाद स्थित उच्चायोग में भी दिखाई दिया ड्रोन
इन सब घटनाओं के बीच अब पाकिस्तान के इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग परिसर में भी ड्रोन दिखाई देने की सूचना मिली है। हालांकि, अधिकारियों की नजर पड़ने के बाद ड्रोन वापस चला गया। भारत सरकार ने इसे उच्चायोग की सुरक्षा में बड़ी सेंध करार दिया है और पाकिस्तान सरकार के पास कड़ी आपत्ति जताई है तथा इस तरह के प्रयासों पर रोक लगाने की मांग की है। पाकिस्तान की ओर से इस पर प्रतिक्रिया नहीं आई है।
पाकिस्तान में मई भी सामने आया था सुरक्षा में चूक का मामला
पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग की सुरक्षा में चूक का यह पहला मामला नहीं है। मई में कुछ लोगों ने दूतावास की फोटो लेने का प्रयास किया था। उस पर भी भारत ने विरोध जताया था। उस समय भारतीय उच्चायोग के बाहर खड़े एक वाहन से कोरोना महामारी से जुड़ी सामग्री उतारी जा रही थी। कुछ लोग इस सामग्री की फोटो लेने की आड़ में उच्चायोग की तस्वीरें ले रहे थे। अधिकारियों के पूछताछ करने पर युवक फरार हो गए थे।