लद्दाख: लगातार दूसरे साल कड़क ठंड का सामना करने की तैयारी कर रहे भारतीय जवान
लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन के साथ बने तनाव का निकट भविष्य में कोई समाधान होता हुआ नहीं दिख रहा है और भारतीय सेना लगातार दूसरे साल इलाके की कड़क ठंड का सामना करने की तैयारी कर रही है। न्यूज 18 की रिपोर्ट के अनुसार, सेना LAC पर बड़ी मात्रा में राशन और सर्दियों बिताने के लिए जरूरी अन्य आवश्यक सामान इकट्ठा कर रही है। इसके अलावा जवानों को नए हथियार भी प्रदान किए गए हैं।
जवानों तक सामान पहुंचने के लिए बड़े स्तर पर चलाया जा रहा अभियान
एक वरिष्ठ अधिकारी ने न्यूज 18 को बताया कि LAC पर तैनात जवानों के लिए कई टन राशन, केरोसीन तेल, विशेष ईंधन तेल और सर्दियों के कपड़े आदि प्रदान करने के लिए एक बड़े स्तर पर लॉजिस्टिक अभियान चलाया जा रहा है। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) ने बड़ी मात्रा में राशन स्टोर करने के लिए लद्दाख में गोदामों की संख्या बढ़ा दी है। जवानों के लिए 10,000 जोड़ी विशेष कपड़े-जूते और 40,000 जोड़ी अत्यधिक ठंड के कपड़े भी खरीदे जाएंगे।
LAC पर इंफ्रास्ट्रक्चर में भी इजाफा, सड़कें और पुल बनाए गए
सेना ने LAC पर अपने इंफ्रास्ट्रक्चर में भी तेजी से इजाफा किया है ताकि जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त जवानों को जल्द से जल्द मौके पर भेजा जा सके। इनमें सड़कों, पुलों, हेलीपेड और अस्थायी शेल्टर्स का निर्माण शामिल है। रक्षा मंत्रालय ने इसी महीने लद्दाख में पांच बड़ी सड़कों के निर्माण की मंजूरी भी दी है। इसके अलावा बड़ी संख्या में फाइबर ग्लास टेंट, हजारों शेल्टर्स और हजारों विशेष टेंट्स की खरीद भी की जा रही है।
जवानों को प्रदान किए गए अत्याधुनिक हथियार
हथियारों की बात करें तो जवानों को अत्याधुनिक फिनिश साको स्नाइपर राइफल्स, इजराइली नेगेव लाइट मशीन गन्स और अमेरिकन सिग सॉयर असॉल्ट राइफल्स आदि प्रदान की गई हैं। भारत ने हाल ही में दो खेपों में 72,000 अमेरिकन सिग सॉयर असॉल्ट राइफल्स और 16,000 इजराइली नेगेव लाइट मशीन गन्स खरीदी थीं। भारत ने पूर्वी लद्दाख के ऊंचे इलाकों में K9 वज्र टी गन और M777 होवित्जर टैंकों की तीन रेजिमेंट भी तैनात की हैं।
LAC पर ड्रोन भी किए गए तैनात, एंटी-ड्रोन सिस्टम भी लगेंगे
युद्ध के बदलते तरीकों और माध्यमों को देखते हुए LAC में जवानों को कई तरह के विशेष ड्रोन भी प्रदान किए गए हैं जिनकी मदद से निगरानी और टोही अभियान चलाए जाएंगे। इसके अलावा इजराइल से खरीदे गए हेरोन ड्रोन्स इस साल के अंत तक आ जाएंगे और उन्हें भी LAC पर तैनात किया जाएगा। चीन की तरफ से किसी ड्रोन हमले को रोकने के लिए भारत एंटी-ड्रोन सिस्टम भी खरीद रहा है।
LAC पर तैनात हैं 50,000-60,000 भारतीय सैनिक, ज्यादातर तरोताजा
बता दें कि भारत ने LAC पर 50,000-60,000 सैनिक तैनात कर रखे हैं। नियमित तौर पर होने तबादले के कारण अभी सीमा पर मौजूद ज्यादातर सैनिक नए और तरोताजा हैं और सर्दियों के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। सेना ने रेगिस्तानी सेक्टर से एक स्ट्राइक कॉर्प्स और पूर्वोत्तर से दूसरी स्ट्राइक कॉर्प्स को भी उत्तरी सेक्टर में तैनात किया है। इसके अलावा ITBP भी इलाके में अपने 10,000 अतिरिक्त जवान तैनात करने की योजना बना रही है।
दोनों देशों में पिछले साल से बना हुआ है तनाव
गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख में पिछले साल अप्रैल से तनाव बना हुआ है। यहां गलवान घाटी, पैंगोंग त्सो और गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स इलाकों में दोनों सेनाएं आमने-सामने आ गई थीं और 15 जून, 2020 को गलवान में हुए खूनी संघर्ष में भारत के 20 जवान शहीद हुए थे, वहीं कई चीनी सैनिकों भी मारे गए थे। पैंगोग झील और गोगरा पोस्ट से दोनों देशों की सेनाएं पीछे हट चुकी हैं। हालांकि हॉट स्प्रिंग में अभी भी तनाव बना हुआ है।