दिवंगत कर्नल नरिंदर 'बुल' कुमार पर बनने जा रही है बायोपिक
दिवंगत कर्नल नरिंदर 'बुल' कुमार के जीवन की अनकही कहानियों को उनके बायोपिक के जरिए दर्शाने की योजना है। मोशन पिक्चर्स के निर्माता रेमन चिब और अंकु पांडे इस फिल्म को बनाने की तैयारी कर चुके हैं। इस फिल्म का टाइटल 'बुल' होगा। इसमें भारतीय सेना के शौर्य को भी दिखाया जाएगा और यह दर्शाया जाएगा कि किस प्रकार नरिंदर 'बुल' के पराक्रम से भारतीय सेना ने सियाचिन ग्लेशियर की फॉरवर्ड पोस्ट पर तिरंगा फहराने में सफलता प्राप्त की थी।
जानिए कौन थे कर्नल नरिंदर 'बुल' कुमार
सियाचिन में पाकिस्तानी गतिविधियों का पता लगाकर भारत की पकड़ कायम रखने वाले नरिंदर भारतीय सेना के रिटायर कर्नल थे। कर्नल नरिंदर का जन्म 1933 में रावलपिंडी में हुआ था। 1953 में भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून से कुमाऊं रेजिमेंट में वे शामिल हुए थे। उन्होंने 1984 में 'मेघदूत ऑपरेशन' के समय कई अभियान चलाए थे। उनको पद्मश्री और अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है। 31 दिसंबर, 2020 को उनका निधन हो गया। लोग उन्हें 'बुल' कहकर बुलाते थे।
कर्नल के निधन पर मोदी और CDS जनरल बिपिन रावत ने जताया था शोक
कर्नल 'बुल' के निधन पर प्रधानमंत्री मोदी और CDS जनरल बिपिन रावत ने शोक जताया था। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, 'अपूरणीय क्षति! कर्नल नरिंदर 'बुल' कुमार (सेवानिवृत्त) ने असाधारण साहस और परिश्रम के साथ राष्ट्र की सेवा की। पर्वतारोही के रूप में पर्वतों के प्रति उनके विशेष लगाव को हमेशा याद रखा जाएगा। उनके परिवार और शुभचिंतकों के प्रति संवेदना।' वहीं, CDS जनरल बिपिन रावत ने भी नरिंदर 'बुल' के प्रति श्रद्धांजलि व्यक्त की थी।
शौर्य के प्रतीक हैं कर्नल नरिंदर 'बुल'
साल 1981 में नरिंदर 'बुल' और उनकी टीम ने 24,000 फीट से अधिक की ऊंचाई पर स्थित सबसे ऊंची चोटी में से एक नंदादेवी चोटी पर भारतीय तिरंगा फहराया था। उन्होंने बिना किसी नक्शे या उच्च तकनीकी उपकरणों के ऐसा कारनामा कर दिखाया था। उस वक्त उनके जूते भी वाटरप्रूफ नहीं थे। वहीं, जैकेट भी मुलायम व गर्म नहीं थे। वे -50 डिग्री सेल्सियस की कड़कड़ाती ठंड में मुश्किल हिमखंडों पर अपनी ड्यूटी निभाते थे।
बलविंदर सिंह जुनेजा करेंगे बायोपिक का लेखन
इस बायोपिक का लेखन बलविंदर सिंह जुनेजा करेंगे। वहीं, इसके निर्देशक रेमन चिब पूर्व सेना अधिकारी है, जो भारतीय सेना के चरित्र को समझते हैं। वह 'बुल' कुमार के साथ एक ही रेजिमेंट में थे और साथ में काफी समय बिताया था। रेमन ने इससे पहले नेशनल जियोग्राफिक चैनल के लिए सशस्त्र बलों के शो का निर्देशन भी किया है। आमिर खान की प्रोडक्शन 'लाल सिंह चड्ढा' के लिए सेना से संबंधित सभी चीजों के लिए वह क्रिएटिव कंसल्टेंट हैं।
शौर्य और पराक्रम से परिपूर्ण होगी फिल्म की कहानी
स्वर्गीय कर्नल नरिंदर 'बुल' पर आधारित फिल्म सच्चे नेतृत्व, हिम्मत और गौरव की एक अनकही कहानी होगी। यह प्रतिकूल परिस्थिति और प्रकृति के खिलाफ लड़ी गई लड़ाई की कहानी होगी। इसमें एक दृढ़ इच्छाशक्ति व संकल्प वाले सैन्य अधिकारी की कहानी होगी, जिसने हार मानने से इनकार कर दिया था। 'बुल' कुमार का आदर्श वाक्य था- 'जो करना है सो करना है'। इसमें वे सारे तत्व होंगे, जो एक बहादुर सैनिक के जीवन में घटित होता है।