कोरोना वायरस: लॉकडाउन से पहले भारत में 24.3% थी वृद्धि दर, अनलॉक-1 में गिरकर 3.8% पहुंची
भारत में कोरोना वायरस के मामलों में प्रतिदिन रिकॉर्ड बढ़ोतरी हो रही है। वर्तमान में देश में संक्रमितों की संख्या 3.67 लाख के पार पहुंच गई है। इसके बाद भी देश के लिए राहत की बात यह है कि यहां कोरोना मामलों की वृद्धि दर लगातार घटती जा रही है। लॉकडाउन के शुरुआत के समय जहां देश में कोरोना मामलों की वृद्धि दर 24.3 प्रतिशत थी, वहीं अब 'अनलॉक-1' में गिरकर 3.8 प्रतिशत पर आ गई है।
वर्तमान में देश में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 12,881 नए मामले सामने आए और 334 मरीजों ने इसकी वजह से दम तोड़ा। ये अब एक दिन में सामने आए संक्रमण के सबसे अधिक मामले हैं। इसी के साथ कुल मामलों की संख्या 3,66,946 हो गई है, वहीं 12,237 की मौत हुई है। वर्तमान में देश में सक्रिय मामलों की संख्या 1,60,384 है। इसी प्रकार 1,94,324 लोग उपचार के बाद पूरी तरह ठीक हो चुके हैं।
भारत में इस तरह से कम हुई कोरोना मामलों की वृद्धि दर
द प्रिंट की रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ हुई वीडियो-कॉन्फ्रेंस में सामने आया कि 25 मार्च को लॉकडाउन के पहले चरण में कोरोना मामलों की वृद्धि दर 24.3% थी। इसके बाद 14 अप्रैल को यह 13% और 3 मई को दूसरे चरण के बाद 6.1% पर आ गई। इसी तरह 17 मई को तीसरे चरण के बाद 5.3% और 31 मई को चौथे चरण के बाद 4.7% पर आ गई।
कोरोना मामलों की वृद्धि दर में आई 20.5 प्रतिशत की कमी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 15 जून को देश में कोरोना मामलों की वृद्धि दर 3.8 प्रतिशत पर थीं। ऐसे में भारत ने लॉकडाउन लागू करने से लेकर अनलॉक में आने तक वृद्धि दर को 20.5% कम करने में सफलता पाई है।
प्रधानमंत्री ने की कही अनलॉक में छूट का दायरा बढ़ाने की बात
राज्यों के साथ वीडियो-कॉन्फ्रेंस के बाद प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि अब अर्थव्यवस्था की बहाली का समय आ गया है। आने वाले समय में भारत कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई को तेज करेगा। ऐसे में अब अनलॉक में और छूट देना जारी रखा जाएगा। बता दें कि वर्तमान में प्रतिदिन 10,000 से अधिक नए केस और 300 से अधिक मौत होने के बाद भी वृद्धि दर में लगातार कमी आ रही है। सरकार इसे बड़ी सफलता मान रही है।
देश के आठ जिलों में हुई सबसे कम जांच
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 7-13 जून के बीच देश के 72 जिलों में कोरोना की सबसे कम जांच हुई है, लेकिन आठ जिलों की हालत सबसे ज्यादा खराब है। मंत्रालय ने बताया कि इस अवधि में प्रत्येक 10 लाख की आबादी पर नासिक में 374, सोलापुर 414, रायगढ़ 622, उत्तर-पूर्वी दिल्ली 417, सूरत 440, वडोदरा 528, गाजियाबाद 467 और उत्तर 24 में परगना 539 लोगों ही जांच हुई हैं। जबकि भारत में 731 की जांच हो रही है।
15 राज्यों में हैं देश में कुल संक्रमितों की संख्या का 94 प्रतिशत हिस्सा
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि वर्तमान में देश में कुल संक्रमितों की संख्या का 94 प्रतिशत हिस्सा 15 राज्यो में हैं। इसके अलावा देश के कुल 70 प्रतिशम ममाले इन राज्यों के 40 जिलों में हैं। इसी प्रकार देश में हुई कुल मौतों में से 80 प्रतिशत इन राज्यों के 28 जिलों में हुई हैं। इसी तरह महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल राज्य देश में हुई कुल मौतों का 82 प्रतिशत हिस्सा रखते हैं।
प्रधानमंत्री ने दुनिया में सबसे कम मृत्यु दर होने का किया दावा
वीडियो-कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री ने सभी मुख्यमंत्रियों को कहा कि वर्तमान में कोरोना से होने वाले मौतों की वैश्विक दर 5 प्रतिशत है, लेकिन भारत में यह 3.4 प्रतिशत ही है। ऐसे में भारत दुनिया में सबसे कम मौतों वाला देश हैं। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विशेषज्ञ भी भारत द्वारा बरते गए उपायों की प्रशंसा कर रहे हैं। उन्होंने भारत में संक्रमित मरीजों की रिकवरी रेट भी 50 प्रतिशत से अधिक हैं। ऐसे में सजगता बेहद जरूरी है।