कोरोना वायरस: किसको करानी चाहिए जांच? ICMR ने जारी किए संशोधित दिशा-निर्देश
क्या है खबर?
दुनिया में बढ़ते कोनोना वायरस के प्रकोप के बीच लोगों में अभी भी इसकी जांच को लेकर संशय बरकरार है।
इसी बीच कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए काम कर रहे भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने शुक्रवार देर रात संशोधित दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
इसमें गंभीर लोगों पर विशेष नजर रखने की बात कही गई है। ICMR ने नए निर्देश विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा अधिक से अधिक परीक्षण करने की बात कहने के बाद जारी किए हैं।
कम्युनिटी ट्रांसमिशन
ICMR ने किया भारत के कम्युनिटी ट्रांसमिशन से सुरक्षित रहने का दावा
ICMR अब तक केवल संक्रमित मरीजों पर ही अपना ध्यान केंद्रित कर रहा था, लेकिन अब उसने देश में वायरस के कम्युनिटी ट्रांसमिशन की जांच के लिए रेंडम परीक्षण करना शुरू कर दिया है।
हालांकि, रेंडम जांच की 820 रिपोर्ट के नेगेटिव आने के बाद ICMR ने गत बुधवार को दावा किया था कि भारत अब तक वायरस के कम्युनिटी ट्रांसमिशन से सुरक्षित है।
हालांकि, सेंटर फॉर डिसीज डायनेमिक्स के निदेशक रामानन लक्ष्मीनारायण ऐसा नहीं मानते हैं।
जानकारी
देश में अभी नहीं हुआ पर्याप्त लोगों का परीक्षण- लक्ष्मीनारायण
देश में कोरोना के कम्युनिटी ट्रांसमिशन पर रामानन लक्ष्मीनारायण ने कहा है कि कोरोना वायरस का भारत में कम्युनिटी ट्रांसमिशन कोई अपवाद नहीं है। देश में अभी तक बहुत कम लोगों के परीक्षण किए गए हैं, जबकि देश की आबादी 130 करोड़ की हैं।
दिशा-निर्देश
संक्रमितों के परिजनों को दी घर छोड़ने की सलाह
ICMR की ओर से जारी किए गए नए दिशा-निर्देशों के अनुसार ऐसे व्यक्ति जिन्हें खांसी-जुकाम और बुखार की शिकायत नहीं है, लेकिन वह पिछले 14 दिन में विदेश यात्रा कर लौटे हैं तो उन्हें अपनी जांच करानी चाहिए।
इसके अलावा उन्हें दो सप्ताह के लिए अलग रहना चाहिए। इसी तरह बुखार, खांसी और सांस लेने में परेशानी होने पर जांच करानी चाहिए।
संक्रमित पाए गए व्यक्ति के पूरे परिवार को उससे अलग रहना चाहिए, इससे प्रसार कम होगा।
सलाह
सांस की बीमारी के मरीजों की भी होनी चाहिए जांच
नए दिशा-निर्देशों के अनुसार देश में सांस की बीमारी से जूझ रहे मरीजों तथा उनका उपचार करने वाले सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों की भी जांच की जानी चाहिए।
ICMR ने कहा कि जिन व्यक्तियों की जांच में कोरोना का संक्रमण पाया गया है। उनके संपर्क में आए सभी लोगों की भी आवश्यक रूप से जांच की जानी चाहिए।
ICMR के अनुसार संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए लोगों को 5 से 14 दिन के बीच अपनी जांच करानी चाहिए।
परीक्षण
निजी प्रयोगशालाओं में भी जल्द शुरू होगी जांच
भारत में कोरोना की जांच के लिए पर्याप्त आधिकारिक जांच केंद्रों की कमी को देखते हुए ICMR ने 51 निजी अस्पतालों और प्रयोगशालाओं को भी कोरोना की जांच करने की स्वीकृति देने की तैयारी कर ली है।
जांच के सभी नियम वही रहेंगे। इस प्रक्रिया के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को दिशा-निर्देश भी जारी कर दिए थे।
निजी जांच केंद्रों पर जांच की कीमत 4,500 से 5,000 रुपये की बीच होने की संभावना है।