कोरोना वायरस: राज्यों में क्या है स्थिति, कहां कम और कहां बढ़ रहे मामले?
भारत में पिछले तीन दिनों से कोरोना वायरस के 11,000 से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं और कुल संक्रमितों की संख्या 3,32,424 हो चुकी है, वहीं 9,520 मरीजों को इसके कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। जहां कुछ राज्यों की स्थिति में सुधार हुआ है, वहीं अन्य राज्यों में स्थिति बिगड़ती जा रही है। यही कारण है कि देश की ओवरऑल स्थिति में कोई सुधार नहीं हो रहा है। आइए राज्यों की स्थिति पर एक नजर डालते हैं।
ये हैं चार सबसे अधिक प्रभावित राज्य
सबसे पहले बात करते हैं देश के सबसे अधिक प्रभावित राज्यों की। महाराष्ट्र इस सूची में पहले स्थान पर है और यहां अब तक 1,07,958 लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया जा चुका है, वहीं 3,950 लोगों की मौत हुई है। 44,661 मामलों और 435 मौतों के साथ तमिलनाडु दूसरा सबसे अधिक प्रभावित राज्य है। दिल्ली में 1,327 मौतों समेत 41,182 मामले और गुजरात में 1,477 मौत समेत 23,544 मामले सामने आए हैं।
महाराष्ट्र में कमी की दिल्ली और तमिलनाडु ने की भरपाई
महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों में स्थिति में सुधार होता हुआ नजर आ रहा है और यहां मामले दोगुने होने की रफ्तार कम हुई है। राज्य में अभी रोजाना 3,000 से 3,500 नए मामले सामने आ रहे हैं। महाराष्ट्र में मामले बढ़ने की रफ्तार में कमी की पूर्ति दिल्ली और तमिलनाडु ने पूरी की है, जहां पिछले कई दिनों से 2,000 से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं। पहले ये संख्या 1,000-1,300 के बीच बनी हुई थी।
कुल मामलों में महाराष्ट्र, दिल्ली और तमिलनाडु की हिस्सेदारी 56-58 प्रतिशत
इसका असर ये हुआ है कि देश के कुल मामलों में इन तीनों राज्यों की हिस्सेदारी जैसी की तैसी बनी हुई है। पिछले एक महीने से कुल मामलों में इन राज्यों की भागेदारी 56 से 58 प्रतिशत के बीच बनी हुई है।
10 सबसे अधिक प्रभावित राज्यों में हुआ ये बदलाव
10 सबसे अधिक प्रभावित राज्यों की बात करें तो राजस्थान और मध्य प्रदेश की स्थिति में लगातार सुधार होता जा रहा है और यहां पहले के मुकाबले कम मामले सामने आ रहे हैं। वहीं उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल की स्थिति में गिरावट आई है और ये शीर्ष 10 राज्यों की सूची में ऊपर चढ़े हैं। हरियाणा और कर्नाटक इस सूची में शामिल होने वाले नए राज्य हैं, वहीं बिहार और आंध्र प्रदेश इससे बाहर हो गए हैं।
इन राज्यों की स्थिति में हुआ सुधार
जिन राज्यों में प्रवासी मजदूरों की वापसी के बाद नए मामलों में तेजी आई थी, वहां अब गिरावट आना शुरू हो गया है। बिहार, असम, केरल, त्रिपुरा और ओडिशा इन राज्यों में शामिल हैं। बिहार और केरल में मामलों की वृद्धि दर पूरे देश की 3.73 प्रतिशत वृद्धि दर से भी कम हो गई है। वहीं ओडिशा में भी ये चार प्रतिशत से नीचे है। असम में जहां एक हफ्ते पहले वृद्धि दर 10 प्रतिशत थी, अब सात प्रतिशत है।
अन्य राज्यों की कुछ ऐसी है स्थिति
छत्तीसगढ़, उत्तराखंड और झारखंड ऐसे राज्य हैं जहां नए मामलों में तेज वृद्धि देखी गई है, हालांकि तीनों राज्यों में अभी तक संक्रमण के कुल मिलाकर 2,000 से भी मामले हैं। वहीं रविवार को लद्दाख में लगातार तीसरे दिन 100 से अधिक मामले सामने आए और यहां स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। शुक्रवार को मामलों में अचानक से तेजी देखने वाले सिक्किम में स्थिति सामान्य हो गई है और शनिवार को यहां जीरो और रविवार को पांच मामले सामने आए।