अमेरिका में अवैध तरीके से रह रहे भारतीयों को वापस लाएगा भारत, लेकिन ये है शर्त
क्या है खबर?
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में आने के बाद अवैध अप्रवासियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू हो गई है। अवैध प्रवासियों को गिरफ्तार किया जा रहा है और उन्हें निर्वासित किया जा रहा है।
इस बीच भारत ने भी अमेरिका में अवैध तरीके से रहे भारतीयों को वापस लाने में मदद की बात कही है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि ऐसे लोगों की स्वदेश वापसी में मदद की जाएगी। हालांकि, भारत ने एक शर्त भी रख दी है।
शर्त
विदेश मंत्रालय ने रखी ये शर्त
विदेश मंत्रालय ने कहा, "हम अवैध अप्रवास के खिलाफ हैं। सिर्फ अमेरिका नहीं, बल्कि दुनिया में कहीं भी रहने वाले भारतीयों के लिए, अगर वे भारतीय नागरिक हैं और वे तय समय से ज्यादा समय से रह रहे हैं, या उचित दस्तावेजों के बिना किसी देश में हैं तो हम उन्हें वापस ले लेंगे। शर्त है कि संबंधित देश हमारे साथ दस्तावेज साझा करें, ताकि हम उनकी राष्ट्रीयता की पुष्टि कर सकें और सुनिश्चित कर सकें कि वे भारतीय हैं।"
टैरिफ
टैरिफ को लेकर मंत्रालय ने क्या कहा?
ट्रंप ने भारत समेत कई देशों पर टैरिफ लगाने की धमकी दी है।
इस पर विदेश मंत्रालय ने कहा, "भारत और अमेरिका के संबंध बहुत मजबूत हैं। दोनों देशों के आर्थिक और द्विपक्षीय संबंध बहुत खास हैं और संबंधों में विश्वास गहरा है। दोनों देशों की तरफ से यह मंशा है कि इस रिश्ते को और मजबूत किया जाएगा। बड़ी सोच के साथ आगे ले जाया जाएगा। दोनों देशों के हितों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होती रहती है।"
पन्नू
शपथ ग्रहण में पन्नू की मौजूदगी को अमेरिका के समक्ष उठाएगा भारत
20 जनवरी को ट्रंप के आधिकारिक शपथ ग्रहण समारोह के दौरान खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू को भी देखा गया था। इसका एक वीडियो भी सामने आया था, जिसमें पन्नू खालिस्तान के समर्थन में नारे लगा रहा था।
इस मामले पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "हम अमेरिकी सरकार के समक्ष ऐसे मामले उठाते रहेंगे, जिनका हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा पर असर पड़ता है और जिनका भारत विरोधी एजेंडा है।"
अन्य मुद्दे
चीन, पाकिस्तान और बांग्लादेश पर क्या बोला मंत्रालय?
रूस-यूक्रेन युद्ध पर जायसवाल ने कहा, "हम शांति के पक्षधर हैं और चाहते हैं कि बातचीत और कूटनीति के जरिए संघर्ष का शांतिपूर्ण समाधान हो।"
पाकिस्तान पर जायसवाल ने कहा, "पूरी दुनिया जानती है कि आतंकवाद को कौन बढ़ावा दे रहा है। हम सभी सीमा पार आतंकवाद की उत्पत्ति और जड़ को समझते हैं।"
विदेश सचिव के चीन दौरे पर मंत्रालय ने कहा, "वे चीन के विदेश मंत्री से मुलाकात करेंगे। द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत होगी।"