अमेरिका में प्रतिबंध लागू होने से पहले टिक-टॉक हुआ ऑफलाइन, यूजर्स नहीं कर सकेंगे उपयोग
क्या है खबर?
लोकप्रिय शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म टिक-टॉक प्रतिबंध के नए कानून के लागू होने से पहले ही आज (19 जनवरी) अमेरिका में ऑफलाइन हो गया है।
अमेरिका में आज टिक-टॉक यूजर्स को कंपनी की तरफ से एक मैसेज में बताया गया कि कानून लागू हो चुका है और अब टिक-टॉक का उपयोग संभव नहीं है।
हालांकि, कंपनी ने यह भी कहा है कि वह नए प्रशासन के साथ इस समस्या का समाधान खोजने की कोशिश करेगी।
कानून
क्या है नया संघीय कानून?
टिक-टॉक को अमेरिका में अपनी सेवाएं बंद करनी पड़ी है, क्योंकि अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने नए संघीय कानून को सही ठहराया है।
संघीय कानून में टिक-टॉक को अपनी चीन स्थित कंपनी बाइटडांस से अलग होने, इसका संचालन किसी अमेरिकी को बेचने या अमेरिकी संचालन बंद करने के लिए कहा गया है।
इसके साथ ही इस कानून के तहत, अगर ऐपल और गूगल टिक-टॉक को अपने ऐप स्टोर से हटाते नहीं हैं, तो उन पर जुर्माना लगाया जाएगा।
वजह
अमेरिकी सरकार क्यों लगा रही प्रतिबंध?
अमेरिकी सरकार टिक-टॉक पर सुरक्षा कारणों से प्रतिबंध लगा रही है। उनका मानना है कि टिक-टॉक अमेरिकी यूजर्स का डाटा चीन भेजती है, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता है।
बता दें, भारत ने 2020 में सुरक्षा चिंताओं के कारण टिक-टॉक को पूरी तरह से बैन कर दिया था। पाकिस्तान, इंडोनेशिया और बांगलादेश जैसे देशों में भी टिक-टॉक पर या इसके उपयोग पर प्रतिबंध लगाए गए हैं।
इन देशों में सुरक्षा और गोपनीयता से संबंधित सवाल उठाए गए हैं।
उम्मीद
ट्रंप ने टिक-टॉक को राहत देने के दिए संकेत
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप टिक-टॉक ने संकेत दिया है कि वह टिक-टॉक को 90 दिनों की राहत दे सकते हैं।
कंपनी ने इस प्रतिबंध को लेकर वर्तमान सरकार से समाधान की उम्मीद जताई थी, लेकिन अभी तक ऐसा कुछ हुआ नहीं है।
हालांकि, टिक-टॉक ने भरोसा दिया है कि वह यूजर्स के लिए जल्द ही सेवा बहाल करने के प्रयास जारी रखेगा। यह प्रतिबंध और इससे जुड़ी स्थिति अमेरिकी यूजर्स के लिए बड़ी चिंता बन गई है।