
UNSC: भारत ने बूचा नरसंहार की निंदा की, स्वतंत्र जांच को बताया जरूरी
क्या है खबर?
भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में यूक्रेन के बूचा शहर में हुए नरसंहार की निंदा करते हुए इसकी स्वतंत्र जांच की मांग की है।
UNSC में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस त्रिमूर्ति ने कहा कि यूक्रेन के हालात में किसी तरह का सुधार नहीं हुआ है बल्कि सुरक्षा की स्थिति और खराब हुई है और बूचा में हुआ नरसंहार परेशान करने वाला है।
युद्ध की शुरुआत के बाद से भारत की यह रूस पर सबसे कड़ी टिप्पणी है।
पृष्ठभूमि
बूचा में क्या हुआ?
पिछले सप्ताह रूसी सेना के पीछे हटने के बाद यूक्रेन ने बूचा और इरपिन शहर अपने नियंत्रण में लिए थे। बूचा के मेयर ने कहा था कि सामूहिक कब्रों में 280 लोगों के शव मिले हैं और पूरे शहर में लाशें बिखरी पड़ी हैं।
समाचार एजेंसी AFP ने भी एक ही गली में 20 शव देखने की पुष्टि की थी। यूक्रेन ने रूस पर इन शहरों में नरसंहार करने का आरोप लगाया है। वहीं रूस ने इसका खंडन किया है।
बयान
भारत ने क्या कहा?
मंगलवार को बैठक में भारत ने कहा कि यूक्रेन में बदतर होते हालात से वह बेहद चिंतित है और तुरंत हिंसा रोकने और शत्रुता खत्म करने की मांग को दोहराता है। पिछली बैठक के बाद से यूक्रेन की स्थिति में बड़ा बदलाव नहीं आया है।
भारत ने उम्मीद जताई कि वैश्विक समुदाय मानवीय जरूरतों की पूर्ति करता रहेगा। भारत ने युद्धग्रस्त क्षेत्रों में मानवीय और मेडिकल आपूर्ति पहुंचाने के लिए सुरक्षित गलियारे की मांग का भी समर्थन किया है।
UNSC
रूस के खिलाफ प्रस्तावों से दूर रहा है भारत
भारत ने कहा कि बूचा से आने वाली खबरें परेशान करने वाली हैं और वह इसकी स्वतंत्र जांच की मांग का समर्थन करता है।
यह पहली बार है भारत ने रूस का नाम लिए बिना उस पर कड़ी टिप्पणी की है। इससे पहले रूस के खिलाफ आए सभी प्रस्तावों से भारत ने दूरी बनाई थी।
गौरतलब है कि यूक्रेन युद्ध के बाद से भारत पर रूस के खिलाफ बोलने के लिए पश्चिमी देशों का काफी दबाव है।
जानकारी
रूस के साथ रिश्तों को लेकर हुई भारत की आलोचना
रूस की तरफ से कम कीमत पर तेल की पेशकश करने के बाद भारत ने 60 लाख बैरल कच्चा तेल खरीदने का समझौता किया है।
पिछले हफ्ते अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने रूस की पेशकश स्वीकार करने पर भारत की आलोचना की थी।
हालांकि, अमेरिका ने कहा था कि भारत का तेल खरीदना उसके प्रतिबंधों का उल्लंघन नहीं है, लेकिन इतिहास में यह देखा जाएगा कि युद्ध के समय आप किस तरफ खड़े थे।
जानकारी
जेलेंस्की ने भी किया UNSC को संबोधित
मंगलवार को UNSC की बैठक को यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने भी संबोधित किया था।
उन्होंने कहा कि यूक्रेन में शांति स्थापित करने के लिए सुरक्षा परिषद के फैसलों की जरूरत है। रूस को इससे बाहर किया जाना चाहिए या फिर UNSC को भंग ही कर दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि रूस ने लोगों को बेरहमी से मार डाला है। उस पर इन हत्याओं की जवाबदेही अनिवार्य रूस से तय की जानी चाहिए।