अमेरिका के लगभग 3,000 नागरिकों ने जताई यूक्रेन में लड़ने की इच्छा, कई पूर्व सैनिक शामिल
अमेरिका के लगभग 3,000 आम नागरिकों ने यूक्रेन में रूस के खिलाफ लड़ने की इच्छा जताई है। यूक्रेन की विदेशी नागरिकों से उनके साथ लड़ने की अपील के जवाब में इन लोगों ने वॉलेंटियर किया है। वॉशिंगटन डीसी स्थित यूक्रेनी दूतावास ने शनिवार को एक अमेरिकी चैनल को इसकी जानकारी दी। दूतावास ने युद्ध में यूक्रेन की तरफ से हिस्सा लेने के इच्छुक लोगों से दूतावास आकर संपर्क करने को कहा है।
वॉलेंटियर करने वालों में कई पूर्व सैनिक भी शामिल
अमेरिकी समाचार एजेंसी 'वॉइस ऑफ अमेरिका' के अनुसार, अमेरिका के जिन लोगों ने यूक्रेन में लड़ने के लिए वॉलेंटियर किया है, उनमें कई पूर्व सैनिक भी शामिल हैं। इनमें से कुछ पूर्व सैनिक इराक जैसे देशों में यूक्रेनी सैनिकों के साथ लड़ चुके हैं। कुछ पूर्व सैनिक तो ऐसे रहे जो यूक्रेन की अपील से पहले ही लड़ने के लिए निकल चुके थे। उनका मानना है कि अगर रूस जीता तो अमेरिका के लोकतांत्रिक मूल्य भी खतरे में आ जाएंगे।
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने किया था 'अंतरराष्ट्रीय सेना' बनाने का ऐलान
बता दें कि रूस के साथ युद्ध की शुरूआत के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने विदेशी लोगों से यूक्रेन की तरफ से लड़ने के लिए वॉलेंटियर करने की अपील की थी और इसके लिए 'अंतरराष्ट्रीय सेना' का गठन किया था। उनके बाद यूक्रेन की सेना ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा था कि उन्हें लड़ाई के अनुभव वाले लोगों की जरूरत है। इच्छुक लोगों से यूक्रेनी दूतावास से संपर्क करने को कहा गया था।
अब तक 16,000 विदेशी नागरिकों ने किया वॉलेंटियर
विदेशी लोगों से मदद मांगने का यूक्रेन का ये अभियान अभी तक बेहद सफल रहा है और 3 मार्च को जेलेंस्की ने बताया था कि 16,000 विदेशी लोगों ने यूक्रेन की तरफ से लड़ने के लिए वॉलेंटियर कर चुके हैं। इन लोगों के देश में अलग-अलग जगह पर तैनात किया जा रहा है। वॉलेंटियर्स में अमेरिका, कनाडा और जापान समेत कई देशों के नागरिक शामिल हैं। सबसे अधिक नागरिक जॉर्जिया और बेलारूस जैसे पूर्व सोवियत देशों के हैं।
वॉलेंटियर्स पर अन्य देशों की सरकारों का क्या रूख है?
रूस के साथ सीधे-सीधे युद्ध से बचने के लिए पश्चिमी देशों ने यूक्रेन की मदद के लिए अपनी सेनाएं भेजने से मना कर दिया है, हालांकि वॉलेंटियर्स को लेकर ज्यादातर सरकारों का रूख सकारात्मक है। यूनाइटेड किंगडम (UK) ने कहा है कि वह यूक्रेन में लड़ने के इच्छुक अपने नागरिकों का समर्थन करता है। कनाडा, डेनमार्क और नॉर्वे ने भी ऐसा ही रूख अपनाया है। अमेरिका ने कुछ स्पष्ट नहीं कहा है, हालांकि वॉलेंटियर्स को रोका नहीं गया है।
यूक्रेन-रूस युद्ध का आज 11वां दिन
यूक्रेन और रूस के युद्ध का आज 11वां दिन है और रूसी सेना ने अपने हमलों का दायरा बढ़ा दिया है। रूस यूक्रेन के कुछ शहरों पर कब्जा कर चुका है, वहीं राजधानी कीव और खारकीव जैसे महत्वपूर्ण शहरों के लिए भीषण लड़ाई जारी है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन को चेतावनी दी है और कहा है कि अगर यूक्रेन इसी तरह बर्ताव करता रहा तो वह राष्ट्र का अपना दर्जा खो सकता है।