
भारत ने पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट 'AMCA' को दी मंजूरी, क्या होगी इसकी खासियत?
क्या है खबर?
भारत सरकार ने स्वदेशी पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) को मंजूरी दे दी है।
इस परियोजना का नेतृत्व रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी करेगी और इसे निजी उद्योगों के साथ मिलकर तैयार किया जाएगा।
AMCA में स्टेल्थ तकनीक और आधुनिक हथियार होगी। सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति ने मार्च, 2024 में इस योजना को हरी झंडी दी थी। यह भारत के रक्षा क्षेत्र में बड़ा कदम माना जा रहा है।
खासियत
क्या होते हैं पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट?
पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट्स ऐसे आधुनिक युद्धक विमान होते हैं, जिनमें स्टेल्थ तकनीक होती है, जिससे दुश्मन के रडार इन्हें पकड़ नहीं पाते।
इनमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), सुपरक्रूज, बेहतर एवियोनिक्स और नेटवर्ल्ड कॉम्बैट सिस्टम जैसे उन्नत फीचर होते हैं। ये विमान दुश्मन के ठिकानों पर तेज और सटीक हमला करने की क्षमता रखते हैं।
दुनिया में अमेरिका, रूस और चीन जैसे चुनिंदा देशों के पास ही ऐसे विमान मौजूद हैं।
ताकत
AMCA की खूबियां और ताकत क्या हैं?
AMCA 2 इंजन वाला विमान होगा, जिसकी अधिकतम वजन क्षमता लगभग 25 टन होगी। इसमें 6.5 टन का आंतरिक फ्यूल टैंक और स्टेल्थ डिजाइन होगा।
विमान में एडवांस हथियार, रियल टाइम कम्युनिकेशन और AI आधारित सहायक सिस्टम होंगे। इसमें 4 लंबी दूरी की मिसाइलें आंतरिक हथियार बे में रखी जा सकेंगी।
भारत इसे 2035 तक तैयार कर लेगा। इससे भारतीय वायुसेना की ताकत को काफी मजबूती मिलेगी और विदेशी निर्भरता घटेगी।
जरूरत
भारत की वायुसेना को क्यों है इसकी जरूरत?
फिलहाल भारतीय वायुसेना के पास 41 स्क्वाड्रन की जगह सिर्फ 29 स्क्वाड्रन हैं। पाकिस्तान और चीन जैसे देशों की बढ़ती चुनौती के बीच भारत को नए और आधुनिक लड़ाकू विमानों की सख्त जरूरत है।
LCA तेजस, LCA MK-2 और अब AMCA जैसे स्वदेशी प्रोजेक्ट भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मदद कर रहे हैं। इस योजना से न सिर्फ सुरक्षा बढ़ेगी बल्कि देश में रक्षा उद्योग को भी मजबूती मिलेगी।