क्रिप्टोकरेंसी पर बदल सकता है भारत सरकार का रुख, निवेशकों को मिलेगी राहत
क्या है खबर?
भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर सख्त नियम लागू हैं, जिससे व्यापारियों को भारी कर और पाबंदियों का सामना करना पड़ता है।
हालांकि, मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अब सरकार इस नीति पर पुनर्विचार कर सकती है। अगर भारत में नियम बदले जाते हैं, तो क्रिप्टो निवेशकों और व्यापारियों को राहत मिल सकती है।
इसकी वजह अमेरिका में क्रिप्टो के प्रति बढ़ता समर्थन है। डोनाल्ड ट्रंप के क्रिप्टो को लेकर सकारात्मक रुख अपनाने के बाद भारत भी इस पर चर्चा कर रहा है।
असर
अमेरिका में बदलाव का असर भारत पर भी
अमेरिकी राष्ट्रपति ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर नए नियम बनाने के लिए एक वर्किंग ग्रुप बनाने का निर्देश दिया है। इस फैसले से दुनिया भर में क्रिप्टो को लेकर सकारात्मक माहौल बन रहा है।
भारत के आर्थिक मामलों के सचिव अजय सेठ ने कहा कि कई देशों ने क्रिप्टो के प्रति अपना नजरिया बदला है, इसलिए भारत भी इस पर दोबारा विचार कर रहा है।
यह संकेत है कि सरकार भविष्य में क्रिप्टो व्यापार के लिए नए नियम बना सकती है।
नियम
भारत में अब भी कड़े नियम
दिसंबर, 2023 में भारत सरकार ने बिनेंस और कुकॉइन सहित 9 विदेशी क्रिप्टो एक्सचेंजों को नियमों के उल्लंघन पर नोटिस भेजा था। जून, 2024 में बिनेंस पर 188 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया गया।
2023 में RBI के पूर्व गवर्नर शक्तिकांत दास ने क्रिप्टो को सट्टा करार देते हुए इसे बैन करने की मांग की थी।
हालांकि, अब भारत सरकार अपने पुराने रुख पर पुनर्विचार कर रही है, जिससे क्रिप्टो व्यापारियों को राहत मिलने की संभावना बढ़ गई है।