किआ पर भारत सरकार का टैक्स चोरी का आरोप, 1,350 करोड़ रुपये का है मामला
क्या है खबर?
भारत सरकार ने कार कंपनी किआ पर टैक्स चोरी का आरोप लगाया है।
आरोप है कि किआ ने कार्निवल मिनीवैन के पुर्जों का आयात गलत तरीके से किया, ताकि कम कस्टम ड्यूटी चुकानी पड़े।
सरकार का कहना है कि किआ ने अलग-अलग शिपमेंट में पुर्जे मंगवाए, जिससे उस पर 10-15 प्रतिशत टैक्स लगा, जबकि सही प्रक्रिया से 30-35 प्रतिशत टैक्स बनता।
अप्रैल, 2024 में किआ को इस मामले में 1,350 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी का नोटिस भेजा गया था।
आरोप
टैक्स बचाने के लिए अलग रणनीति अपनाने का आरोप
सरकार के अनुसार, किआ ने पुर्जों को अलग-अलग लॉट में मंगवाया ताकि उसे कम्पलीट नॉक-डाउन (CKD) यूनिट की कैटेगरी में न रखा जाए, जिस पर अधिक टैक्स लगता है।
इसी तरह का मामला हाल ही में वोक्सवैगन पर भी सामने आया था। जांच के दौरान पता चला कि किआ ने 2020-2022 के बीच 9,887 कार्निवल बेचीं और 90 प्रतिशत से ज्यादा पुर्जे आयात किए।
सरकार का कहना है कि किआ के अधिकारियों ने जांच के दौरान भ्रामक जानकारी दी।
जुर्माना
किआ को भरना पड़ा सकता है इतना जुर्माना
अगर किआ यह केस हारती है, तो उसे लगभग 2,500 करोड़ रुपये जुर्माना भरना पड़ सकता है, जिसमें टैक्स, जुर्माना और ब्याज शामिल होंगे।
किआ ने फिलहाल 3.2 करोड़ डॉलर (लगभग 280 करोड़ रुपये) विरोध के तहत जमा कर दिए हैं, लेकिन वह सरकार के दावे को गलत बता रही है।
अप्रत्यक्ष कर विभाग के प्रमुख ने कहा कि कुछ वाहन निर्माता CKD शुल्क से बचने की कोशिश कर रहे हैं और सरकार ऐसे मामलों में सख्ती से कार्रवाई करेगी।