
#NewsBytesExplainer: कैसे अवैध तरीके से विदेश जाने के लिए यूरोप के रास्ते का होता है इस्तेमाल?
क्या है खबर?
पिछले साल अक्टूबर में यूरोपीय संघ (EU) के दवाब में सर्बिया को अपने वीजा नियम बदलने पड़े थे। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि सर्बिया से यूरोप में अवैध तरीके से लोग घुस रहे थे।
इसका कारण था कि सर्बिया से यूरोप जाने वालों को वीजा की आवश्यकता नहीं होती। इस रास्ते (डंकी रूट) का उपयोग अवैध तरीके से कई भारतीयों द्वारा यूरोप से अमेरिका में घुसने के लिए किया जा रहा था।
आइए इस मामले को विस्तार से समझते हैं।
जानें
सबसे पहले जानें क्या होते हैं डंकी रूट्स
विदेशों में अवैध तरीके से घुसपैठ वाले यात्रा मार्गों को 'डंकी रूट्स' कहते हैं। यूरोप के रास्ते अमेरिका में घुसपैठ के मामलों में बढ़ोत्तरी हुई है। यूरोप में अवैध तरीके से घुसे लोग पहले मेक्सिको और फिर अमेरिका पहुंचते हैं।
भारतीयों द्वारा इस डंकी रूट का काफी इस्तेमाल किया जा रहा है। पंजाब और हरियाणा के अलावा अन्य राज्यों के युवा भी इस रूट का इस्तेमाल करते हैं।
हाल में यूरोप-मेक्सिको वाला डंकी रूट अधिकारियों की नजर आया।
अवैध
यूरोपीय अधिकारियों को इसका पता कैसे चला?
यूरोपीय अधिकारियों ने 2022 के पहले 10 महीनों में 1.3 लाख से अधिक अवैध अप्रवासियों को पकड़ा था। इनमें से कई सर्बिया द्वारा वीजा लेकर यूरोप में दाखिल हुए थे।
भारतीय के मामलों में अधिकांश के पासपोर्ट पर 'ट्रैवल हिस्ट्री' देखी गई थी। मतलब यह है कि सर्बिया जाने से पहले एजेंट्स ने इन लोगों को कुछ दूसरे देशों की यात्रा करने के लिए कहा था।
ऐसा इसलिए ताकि वे लोग अधिकारियों को सामान्य यात्री लगे।
रास्ता
कब भारतीयों का अवैध तरीके से घुसने का मामला सामने आया?
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, एजेंट डंकी रूट के जरिये विदेशों में अवैध घुसपैठ में भारतीयों की मदद करते हैं।
2021 में एक ऐसा मामला सामने आया था। तब पंजाब के एक युवक को इटली जाने के लिए दुबई से सर्बिया और फिर रोमानिया से हंगरी पहुंचने का डंकी रूट सुझाया गया था।
इस युवक को एक ट्रक में रोमानिया से हंगरी की सीमा तक ले जाया गया, लेकिन उसे इटली में घुसने से पहले ही अधिकारियों ने दबोच लिया था।
घुसपैठ
कब हुई अप्रवासियों के साथ सबसे बड़ी दुर्घटना?
संयुक्त राष्ट्र (UN) की एक रिपोर्ट में अवैध प्रवासियों के असुरक्षित सफर और उनके 'मानव तस्करी' गिरोहों द्वारा शिकार होने के मामलों पर प्रकाश डाला गया है।
1996 में सबसे बड़ी दुर्घटना हुई थी, जब 283 लोगों की इटली जाते वक्त माल्टा के समुद्र में नाव पलटने के मौत हो गई थी और इनमें से अधिकांश लोग भारत के पंजाब से थे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अधिकांश ऐसे लोग मानव तस्करी गिरोहों का भी शिकार होते हैं।
रिपोर्ट
यूरोप में भारतीयों की अवैध घुसपैठ के कितने मामले?
2005 से 2007 के बीच भारतीयों की अवैध घुसपैठ के रिकॉर्ड की जांच में पता चला है कि लगभग 47 प्रतिशत मामले यूरोपीय देशों से संबंधित थे, जिनमें से करीब 27 प्रतिशत के ब्रिटेन से संबंधित थे।
ब्रिटेन में अवैध तरीके से जाने के अधिकांश मामले 'वीजा ऑन अराइवल' के थे और उन्होंने सर्बिया से वीजा मिलने के बाद फ्रांस के डंकी रूट का इस्तेमाल किया था।
पुर्तगाल, पोलैंड, चेक गणराज्य और हंगरी में वीजा नियम काफी आसान हैं।
यूरोप
इस संबंध में ताजा मामला क्या है?
यूरोप के जरिए घुसपैठ का एक ताजा मामला इसकी पुष्टि करता है।
दरअसल, 21 दिसंबर को दुबई से 303 यात्रियों को लेकर निकारागुआ जाने वाले एक विमान को 'मानव तस्करी' के संदेह में फ्रांस के वैट्री एयरपोर्ट पर रोका था।
इसके बाद फ्रांस पुलिस ने 2 यात्रियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी और 4 दिन बाद 276 यात्री ही विमान में सवार होकर भारत लौटे थे, जबकि 27 लोगों ने फ्रांस में शरण के लिए आवेदन किया है।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
अवैध तरीके से अमेरिका पहुंचने का सबसे मशहूर 'डंकी रूट' लातिन अमेरिकी देशों से है। इक्वाडोर, बोलीविया और गुयाना जैसे देशों में भारतीय के लिए 'वीजा ऑन अराइवल' की सुविधा है।
ब्राजील और वेनेजुएला समेत कुछ अन्य देश भारतीयों को आसानी से पर्यटक वीजा दे देते हैं, लेकिन इस मार्ग पर सख्ती के बाद भारतीय अब अवैध तरीके से यूरोप से मेक्सिको पहुंचते हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में लगभग 7.25 लाख भारतीय प्रवासी अवैध रूप से रहते हैं।