हिमाचल प्रदेश: भारी बारिश के कारण 5,600 करोड़ रुपये का नुकसान, 187 लोगों की हुई मौत
क्या है खबर?
हिमाचल प्रदेश में पिछले एक महीने में भारी बारिश के बाद आई बाढ़ और भूस्खलन से बड़े स्तर पर नुकसान हुआ है।
हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक, अब तक करीब 5620.22 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया गया है।
बता दें कि मानसून की शुरुआत के बाद से राज्य में भूस्खलन की 72 घटनाएं और बाढ़ की 52 घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें 187 लोगों की मौत हुई है।
नुकसान
हिमाचल प्रदेश में 702 घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त
हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, भारी बारिश से जुड़ी घटनाओं में 215 लोग घायल हुए हैं, जबकि 34 लोग लापता हैं।
इसके अलावा 702 घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि 7,161 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। इसके साथ ही बारिश और बाढ़ के कारण 241 दुकानों और 2,218 गोशालाओं को भी बड़े स्तर पर नुकसान पहुंचा है।
प्रभाव
पर्यटन उद्योग भी बुरी तरह हुआ प्रभावित
इस साल भारी बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश में पर्यटन उद्योग बुरी तरह प्रभावित हुआ है। दरअसल, भूस्खलन और बाढ़ की घटनाओं के बाद पर्यटकों की संख्या में बड़ी गिरावट देखने को मिली है।
एक होटल मालिक ने बताया, "पर्यटन उद्योग पहले ही पिछले तीन साल से कोविड महामारी के कारण बुरे दौर का सामना कर रहा है और अब बारिश से इलाकों की खराब कनेक्टिविटी के कारण अगले दो साल में इसे और अधिक नुकसान हो सकता है।"
नुकसान
धर्मशाला में 6 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान
हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में बारिश के कारण 6 करोड़ रुपये से अधिक के नुकसान का अनुमान लगाया गया है, जो अभी और बढ़ सकता है क्योंकि कई विभागों से रिपोर्ट आनी बाकी है।
धर्मशाला के SDM धर्मेश रामोत्रा ने कहा, "धर्मशाला को बारिश के लिए जाना जाता है, लेकिन इस साल बारिश ने यहां सामान्य जनजीवन को प्रभावित किया है। उन्होंने कहा कि धर्मशाला से मैक्लोडगंज तक सड़क कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो चुकी है।
तबाही
हिमाचल प्रदेश में बारिश ने मचाई थी तबाही
इस महीने की शुरुआत में हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण तबाही मची थी। जगह-जगह भारी बारिश और बादल फटने के कारण नदियों उफान पर आ गई थीं, जिन्होंने सैंकड़ों घरों और वाहनों को अपनी चपेट में ले लिया था।
इसके अलावा पहाड़ी रास्तों पर हुए भूस्खलन के कारण रास्ते बंद होने पर हजारों पर्यटक राज्य के अलग-अलग हिस्सों में फंस गए थे, जिन्हें निकालने में काफी मशक्क्त करनी पड़ी थी।