बारिश से उत्तर भारत में 100 की मौत, हिमाचल प्रदेश सबसे ज्यादा प्रभावित, हजारों पर्यटक फंसे
क्या है खबर?
उत्तर भारत में लगातार हो रही तेज बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मंगलवार को बारिश से जुड़े हादसों में 20 लोगों की मौत हो गई, जिसके बाद बीते 4 दिन में मरने वालों का आंकड़ा 100 पर पहुंच गया है। दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर बीते 45 सालों के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है।
बारिश से हिमाचल प्रदेश सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में भी हालात खराब हैं।
हिमाचल
हिमाचल प्रदेश: 3 दिन में 31 मौतें
हिमाचल प्रदेश में बीते 3 दिन में 31 लोगों की मौत हुई है। राज्य में अलग-अलग जगहों पर 10,000 से ज्यादा पर्यटक फंसे हुए हैं।
1,300 सड़क मार्ग और करीब 40 बड़े पुल बाढ़ से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। बाढ़ के कारण चंडीगढ़-मनाली और शिमला-कालका राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद कर दिया गया है।
कुल्लू में ब्यास नदी के बहाव में सैंज बाजार की 40 दुकानें और 30 घर बह गए।
नुकसान
हिमाचल को 3,000 करोड़ रुपये का नुकसान
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बाढ़ प्रभावित कसोल, मणिकरम, खीरगंगा और पुल्गा क्षेत्र का हवाई सर्वे किया। मुख्यमंत्री ने प्रभावित परिवारों को 1 लाख रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान किया है।
बाढ़ की वजह से राज्य को अब तक करीब 3,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। सभी सरकारी स्कूलों को 15 जुलाई तक बंद कर दिया गया है। राज्य प्रशासनिक सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा को भी स्थगित कर दिया गया है।
यमुना
दिल्ली में लगातार बढ़ रहा यमुना का जलस्तर
दिल्ली में यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर से निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। करीब 40,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। आज सुबह यमुना का जलस्तर 207.38 मीटर पर पहुंच गया है, जो बीते 45 सालों में सबसे ज्यादा है।
आशंका है कि जलस्तर और बढ़ सकता है। अगर पानी बढ़ा तो दिल्ली में हालात और बिगड़ सकते हैं। बाढ़ प्रभावित इलाकों में करीब 45 नावों के साथ टीमों को तैनात किया गया है।
उत्तराखंज
उत्तराखंड में 24 घंटे में 9 लोगों की मौत
उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते केदारनाथ यात्रा रोक दी गई है। बीते 24 घंटे में भूस्खलन और पहाड़ दरकने की वजह से 9 लोगों की मौत हो गई है और 13 घायल हुए हैं।
भूस्खलन के कारण गंगोत्री और यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग करीब 7 जगहों पर बंद हो गए हैं, जिसके कारण इन हिस्सों में फिलहाल 3,000-5,000 यात्री फंसे हुए हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लोगों से गैर-जरूरी यात्रा न करने की अपील की है।
पंजाब
पंजाब और हरियाणा में भी हालत खराब
बारिश से हरियाणा और पंजाब के कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात हैं और 15 लोगों की मौत हो गई है। अंबाला-कैथल-हिसार राजमार्ग को बंद किया गया है। हरियाणा के 9 जिलों के करीब 600 गांवों में पानी भर गया है। करीब आधा अंबाला जलमग्न हो चुका है।
कालका-शिमला रेल सेक्शन को मलबा गिरने के बाद 16 जुलाई तक बंद किया गया है। पंजाब के 13 जिले और करीब 479 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।