पाकिस्तान में बाढ़ का कहर, अब तक 982 की मौत और 1,456 घायल
पाकिस्तान में मानसूनी बारिश ने कहर बनकर टूट रही है। बारिश के कारण आई बाढ़ ने अधिकतर राज्यों को अपनी चपेट में ले लिया है। इससे अब तक 982 लोगों की मौत हो चुकी है और 1,456 लोग घायल हैं। इसी तरह 6.80 लाख घरों के क्षतिग्रस्त होने के साथ कुल 3.30 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं। वर्तमान में खैबर-पख्तूनख्वा, बलूचिस्तान और सिंध प्रांत की हालत सबसे अधिक खराब है। वहां प्रतिदिन मृतकों की संख्या बढ़ रही है।
3,000 किलोमीटर से अधिक सड़कें बही
आपदा प्रबंधन एजेंसी के अनुसार, असामान्य मानसून की बारिश से इधिकतर राज्य बाढ़ की चपेट में हैं। इसके कारण अब तक 982 लोगों की मौत हो चुकी है और 1,456 लोग घायल हैं। इसी तरह 6.80 लाख घर क्षतिग्रस्त हो गए और कुल 3.30 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं। इसी तरह 57 लाख से अधिक लोगों को आवास और खाना-पानी नहीं मिल रहा है। एजेंसी के अनुसार, बाढ़ से 3,000 किलोमीटर से अधिक सड़कें और 150 पुल बह गए हैं।
यहां देखें पाकिस्तान में बाढ़ का वीडियो
सिंध प्रांत में हुई सबसे अधिक मौतें
आपदा प्रबंधन एजेंसी के अनुसार, सिंध प्रांत में 14 जून से लेकर अब तक बाढ़ और बारिश के चलते सबसे अधिक 306 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद 234 मौतें बलूचिस्तान प्रांत में दर्ज की गई हैं। इसी तरह खैबर पख्तूनख्वा में 185 और पंजाब प्रांत में 165 लोगों की मौत हुई है। इसके उलट गिलगित-बाल्टिस्तान में महज नौ लोगों की मौत हुई है। असामान्य बारिश के चलते पूरे दक्षिणी पाकिस्तान में हालात बेहद खराब हो रहे हैं।
हजारों पशुओं की मौत, फसलें तबाह
आपदा प्रबंधन एजेंसी के अनुसार, वर्तमान में खैबर-पख्तूनख्वा, बलूचिस्तान और सिंध प्रांत की हालत सबसे अधिक खराब है। इन राज्यों में पिछले 48 घंटे से बारिश जारी है। टूटी सड़कों और पुलों के कारण अधिकतर हिस्से मदद से कटे हुए हैं। बाढ़ के कारण फसलों के खराब होने के साथ हजारों पशुओं की मौत हो चुकी है। एजेंसी ने कहा कि बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा में बारिश से सैकड़ों परिवार बेघर हो चुके हैं।
मौसम विभाग ने जारी की 30 अगस्त तक बारिश की चेतावनी
एजेंसी के अनुसार, मौसम विभाग ने 30 अगस्त तक बारिश जारी रहने की चेतावनी जारी की है। इससे सरकार और लोग सहमे हुए हैं। तेज बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के कारण फंसे हुए लोगों तक राहत पहुंचाना भी मुश्किल हो रहा है।
सिंध और बलूचिस्तान में रेल सेवा पर लगा ब्रेक
सिंध और बलूचिस्तान प्रांत आपदा से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं और पाकिस्तान रेलवे ने यहां के लिए संचालित होने वाली अधिकतर ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया है। इसी तरह पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस ने बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा के लिए सभी उड़ानों पर रोक लगा दी है। बाढ़ और बारिश के कारण गैस की किल्लत मची हुई है। बोलन नदी में बाढ़ के कारण बही गैस की पाइपलाइनों की मरम्मत नहीं हो पाई है।
बचाव और राहत कार्यों में जुटी सेना
पाकिस्तान में बारिश और बाढ़ से बिगड़ते हालातों के बीच शहबाज शरीफ सरकार ने बचाव और राहत कार्यों में मदद के लिए पाक सेना की मदद मांगी है। थल और वायुसेना बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने और खाना-पानी पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। इधर, सरकार ने राष्ट्रीय आपातकाल घोषित करने के बाद संयुक्त राष्ट्र (UN) से मदद की अपील की है। इसके चलते संयुक्त राष्ट्र केंद्रीय आपातकालीन प्रतिक्रिया कोष ने तीन मिलियन डॉलर की मदद भेजी है।