G-20 शिखर सम्मेलन: किन-किन देशों के शीर्ष नेता आ रहे भारत और कौन रहेगा अनुपस्थित?
क्या है खबर?
दिल्ली में 8 सितंबर से G-20 शिखर सम्मेलन शुरू होगा। इस सम्मेलन में दुनिया की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के शीर्ष नेता डिजिटल परिवर्तन, जलवायु वित्तपोषण, सतत विकास लक्ष्य और खाद्य सुरक्षा सहित कई प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
भारत को पहली बार G-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी मिली है और इसकी तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं।
आइए जानते हैं कि इस G-20 शिखर सम्मेलन में किन-किन देशों के शीर्ष नेता भाग लेंगे और कौन अनुपस्थित रहेगा।
अमेरिका
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन G-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 7 सितंबर को भारत आएंगे। वह सम्मेलन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे।
इसके बाद बाइडन 9 और 10 सिंतबर को G-20 समूह के अन्य सहयोगियों के साथ कई वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति की पत्नी और प्रथम महिला जिल बाइडन कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई हैं, लेकिन बाइडन की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है।
चीन
चीनी प्रधानमंत्री ली कियांग
इस बात की भी पुष्टि हो गई कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग इस साल दिल्ली में होने वाली बैठक में शामिल नहीं होंगे। चीनी प्रधानमंत्री ली कियांग G-20 शिखर सम्मेलन में देश के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे।
यह पहली बार होगा कि 2008 में पहले आयोजन के बाद से कोई चीनी राष्ट्रपति G-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं हो रहा है।
2020 और 2021 में कोरोना वायरस के दौरान शिखर सम्मेलन का वर्चुअल आयोजन किया गया था।
ब्रिटेन और कनाडा
ब्रिटेन और कनाडा के प्रधानमंत्री
भारतीय मूल के ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक भी G-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दिल्ली पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री बनने के बाद सुनक की यह पहली आधिकारिक भारत यात्रा है।
वह प्रधानमंत्री मोदी से ब्रिटेन और भारत के बीच द्विपक्षीय व्यापार पर चर्चा करेंगे।
इसके अलावा कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो G-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दिल्ली पहुंच रहे हैं। इससे पहले वो ASEAN शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए इंडोनेशिया की यात्रा करेंगे।
ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने 9 और 10 सितंबर को G-20 शिखर सम्मेलन के लिए दिल्ली में अपनी व्यक्तिगत उपस्थिति की पुष्टि की है।
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री की भारत यात्रा 3 देशों के दौरे का हिस्सा होगी, जिसमें वह इंडोनेशिया और फिलीपींस का भी दौरा करेंगे।
इस सम्मेलन से पहले अल्बनीज ने विकास और समृद्धि के साथ-साथ भारत-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता, संप्रभुता और स्थायी शांति के लिए दोनों देशों की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
जर्मनी और जापान
जर्मनी और जापान के नेता भी होंगे सम्मेलन में शामिल
G-20 शिखर सम्मेलन में जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने शामिल होने की पुष्टि की है। स्कोल्ज ने यात्रा के पूर्व एक साक्षात्कार में रूस और चीन के राष्ट्राध्यक्षों की अनुपस्थिति के बावजूद G-20 शिखर सम्मेलन के महत्व पर जोर दिया।
दूसरी ओर जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा भी दिल्ली में आयोजित होने वाले G-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए तैयार हैं। उनके यूक्रेन युद्ध पर चर्चा के दौरान रूस की आलोचना का नेतृत्व करने की संभावना है।
दक्षिण कोरिया और फ्रांस
दक्षिण कोरिया और फ्रांस के राष्ट्रपति
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक येओल भी G-20 शिखर सम्मेलन में आने की पुष्टि कर चुके हैं। वह वैश्विक नेताओं के सामने उत्तर कोरिया के लगातार बढ़ते मिसाइल उकसावों और परमाणु खतरों को उजागर कर सकते हैं।
इसके अलावा फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों भी शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दिल्ली पहुंच रहे हैं। उनके प्रधानमंत्री मोदी के साथ कई मुद्दों पर द्विपक्षीय वार्ता करने की भी उम्मीद है।
सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका और बांग्लादेश
सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका और बांग्लादेश के नेता भी होंगे शामिल
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के भी G-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने की संभावना है, लेकिन अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा भी सम्मेलन में भाग लेने दिल्ली पहुंच रहे हैं। साथ ही बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के भी सम्मेलन में भाग लेने की संभावना है।
बांग्लादेश उन देशों में से एक है, जिन्हें भारत ने पर्यवेक्षक के रूप में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है।
तुर्की, अर्जेंटीना और नाइजीरिया
तुर्की, अर्जेंटीना और नाइजीरिया के शीर्ष नेता भी पहुंचेंगे
तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप अर्दोआन भी G-20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत आने वाले हैं। वह सम्मेलन में जलवायु परिवर्तन सहित कई मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
दूसरी ओर अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज ने भी दिल्ली में होने वाले शिखर सम्मेलन में अपनी उपस्थिति की पुष्टि की है।
इसके अलावा नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला टीनुबू भी देश में विदेशी निवेश को बढ़ावा देने और ढांचागत विकास के लिए सम्मेलन में भाग लेने भारत आ रहे हैं।
प्लस
रूस के राष्ट्रपति पुतिन नहीं आएंगे
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस साल G-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेंगे।
अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC) ने यूक्रेन में युद्ध अपराधों का आरोप लगाते हुए पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया हुआ है।
इसका मतलब यह है कि विदेश यात्रा करते समय उन्हें गिरफ्तार किए जाने का जोखिम है।
इसी वजह से रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव दिल्ली में होने वाले इस महत्वपूर्ण शिखर सम्मेलन में रूस का प्रतिनिधित्व करेंगे।