केजरीवाल की गिरफ्तारी से जमानत तक, बीते 176 दिनों में कब-क्या हुआ?
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है। शराब नीति से जुड़े केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) वाले मामले में उन्हें ये राहत मिली है। इसी नीति से जुड़े प्रवर्तन निदेशालय (ED) वाले मामले में उन्हें पहले ही जमानत मिल गई है। यानी अब उनके जेल से बाहर आने में कोई बाधा नहीं है। आइए जानते हैं केजरीवाल की गिरफ्तारी से लेकर जमानत तक मामले में कब-क्या हुआ।
21 मार्च को गिरफ्तार किए गए केजरीवाल
शराब नीति मामले में ED ने केजरीवाल को 21 मार्च को लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था। इससे पहले ED ने उन्हें 9 बार समन भेजा, लेकिन वे एक भी बार ED के सामने पूछताछ के लिए पेश नहीं हुए। 10 दिन की पूछताछ के बाद 1 अप्रैल को केजरीवाल को तिहाड़ जेल भेज दिया गया। इसके बाद केजरीवाल ने दिल्ली हाई कोर्ट का रुख किया। 9 अप्रैल को हाई कोर्ट ने केजरीवाल की याचिका खारिज कर दी।
10 अप्रैल: गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट गए केजरीवाल
10 अप्रैल को केजरीवाल ने हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख किया। उन्होंने मामले पर तुरंत सुनवाई और उन्हें जल्द से जल्द रिहा करने की मांग की। हालांकि, 15 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को तुरंत राहत देने से इनकार कर दिया। कोर्ट ने ED को नोटिस जारी कर 24 अप्रैल तक जवाब देने को कहा। इस पर ED ने कोर्ट को बताया कि केजरीवाल के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला चल रहा है।
10 मई: केजरीवाल को मिली अंतरिम जमानत
3 मई को सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह लोकसभा चुनावों के मद्देनजर केजरीवाल को अंतरिम जमानत देने पर विचार कर सकता है। 10 मई को कोर्ट ने केजरीवाल को 1 जून तक के लिए अंतरिम जमानत दे दी। कोर्ट ने कहा कि केजरीवाल को 2 जून को सरेंडर करना होगा। इसके बाद केजरीवाल 21 दिन तक जेल से बाहर रहे और लोकसभा चुनावों के लिए प्रचार किया। आदेशानुसार 2 जून को वापस सरेंडर कर दिया।
20 जून को निचली अदालत से मिली जमानत
20 जून को केजरीवाल को दिल्ली की एक कोर्ट से जमानत मिल गई। अगले ही दिन ED ने जमानत का विरोध करते हुए हाई कोर्ट का रुख किया। हाई कोर्ट ने जमानत पर रोक लगा दी। 26 जून को भ्रष्टाचार के मामले में CBI ने केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया। केजरीवाल ने इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख किया। 12 जुलाई को ED वाले मामले में सुप्रीम कोर्ट से केजरीवाल को जमानत मिल गई।
5 सितंबर: कोर्ट ने जमानत पर फैसला सुरक्षित रखा
ED वाले मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बावजूद केजरीवाल जेल से बाहर नहीं आ पाए, क्योंकि CBI वाले मामले में उन्हें जमानत नहीं मिली थी। केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट में CBI की गिरफ्तारी और हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती दी। सुनवाई के बाद 5 सितंबर को कोर्ट ने इस पर फैसला सुरक्षित रख लिया था, जिसे आज सुनाया गया और केजरीवाल को जमानत दे दी गई।
केजरीवाल की गिरफ्तारी से पहले क्या-क्या हुआ?
नवंबर 2021 में दिल्ली सरकार नई शराब नीति लेकर आई। जुलाई, 2022 में उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने इसमें कथित अनियमितताओं का अंदेशा जताते हुए CBI जांच की सिफारिश की। अगस्त, 2022 में CBI और ED दोनों ने मामले दर्ज किए। विवाद बढ़ता देख सितंबर, 2022 में सरकार ने इस नीति को रद्द कर दिया। 30 अक्टूबर, 2023 को इस मामले में ED ने केजरीवाल को पहला समन भेजा। इसके बाद 8 समन और भेजे गए।
मामले में और कौन-कौन बड़े नेता गिरफ्तार हुए?
दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया इस मामले में गिरफ्तार होने वाले पहले बड़े नेता था। उन्हें फरवरी, 2023 मे गिरफ्तार किया गया था। अक्टूबर, 2023 में आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी गिरफ्तार हुए। इसी साल मार्च में भारत राष्ट्र समिति (BRS) नेता के कविता को ED ने गिरफ्तार किया। AAP के कम्युनिकेशन विभाग के मुखिया विजर नायर सितंबर, 2022 में गिरफ्तार हुए थे। फिलहाल इन सभी को जमानत मिल चुकी है।