कोलकाता डॉक्टर की रेप-हत्या: केंद्र का राज्यों का बड़ा आदेश, आरोपी का होगा साइकोएनालिसिस टेस्ट
पश्चिम बंगाल के कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के बाद देशभर में विरोध प्रदर्शन जारी है। इस बीच गृह मंत्रालय ने बड़ा फैसला लिया है। मंत्रालय ने सभी राज्यों को आदेश दिया है कि वे अपनी कानून व्यवस्था की जानकारी हर 2 घंटे में मंत्रालय को भेजें। 16 अगस्त की शाम 4 बजे से ये आदेश प्रभावी भी हो गया है।
गृह मंत्रालय ने क्या कहा?
गृह मंत्रालय ने कहा, "सक्षम प्राधिकारी ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक प्रशिक्षु महिला डॉक्टर की हत्या के खिलाफ आपके राज्य/केंद्र शासित प्रदेश की कानून और व्यवस्था की स्थिति रिपोर्ट की निगरानी करने की इच्छा व्यक्त की है। इसके बाद इस संबंध में लगातार 2 घंटे की कानून और व्यवस्था की स्थिति रिपोर्ट कृपया 16 अगस्त शाम 4 बजे से फैक्स, ई-मेल या व्हाट्सएप द्वारा MHA नियंत्रण कक्ष को भेजी जा सकती है।"
आरोपी का साइकोएनालिसिस टेस्ट करेगी CBI
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपी संजय रॉय का साइकोएनालिसिस टेस्ट करेगी। इस संबंध में 17 अगस्त को दिल्ली के केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (CFSL) से विशेषज्ञों की एक टीम कोलकाता भेजी गई है। दरअसल, बताया जा रहा है कि आरोपी एक प्रशिक्षित मुक्केबाज है और उसने बीते सालों में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ जान-पहचान बनाई। इसी के दम पर वो कोलकाता पुलिस कल्याण बोर्ड में जाकर अस्पताल में स्वयंसेवक बन गया।
पूर्व प्रधानाध्यापक से लगातार तीसरे दिन होगी पूछताछ
आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रधानाध्यापक डॉक्टर संदीप घोष से CBI आज लगातार तीसरे दिन पूछताछ करेगी। वारदात के समय घोष अस्पताल के प्रधानाध्यापक थे। इससे पहले CBI ने घोष से 16 अगस्त को करीब 15 घंटे और 17 अगस्त को करीब 13 घंटे पूछताछ की थी। CBI ने उनसे डॉक्टर की मौत को लेकर अस्पताल की प्रतिक्रिया, परिवार और पुलिस को सूचना देने के संबंध में सवाल किए हैं।
अस्पताल के 42 डॉक्टरों का तबादला रद्द
पश्चिम बंगाल सरकार ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में कार्यरत 43 प्रोफेसरों और डॉक्टरों के तबादले के आदेश को रद्द कर दिया है। बता दें कि बीते दिन ही सरकार ने इन लोगों का तबादला किया था। कथित तौर पर आरोप है कि ये सभी सरकार विरोधी प्रदर्शनों में शामिल थे। सरकार के इस कदम की खूब आलोचना भी हुई थी, जिसके बाद आज तबादले को रद्द कर दिया गया है।
IMA ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखा पत्र
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। इसमें IMA के अध्यक्ष डॉक्टर आरवी अशोकन ने 5 सूत्रीय मांग की है। IMA ने स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय कानून बनाने और अस्पतालों को सुरक्षित जोन घोषित कर प्रोटोकाल बनाने की मांग की है। इसके अलावा अस्पताल में महिला डॉक्टर्स के लिए सुरक्षित विश्राम कक्ष, कोलकाता मामले की निर्धारित समय में जांच और पीड़ित परिवार को सम्मानजनक मुआवजे की मांग भी की है।
केंद्रीय मंत्री बोलीं- TMC ने सबूत नष्ट करवाए
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि पुलिस ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) के गुंडों के साथ मिलकर सबूत नष्ट करने की साजिश रची। देवी ने कहा, "एक महिला मुख्यमंत्री के नेतृत्व में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार सरकार की अक्षमता और असंवेदनशीलता का प्रमाण है। TMC सरकार अपने शासन में और कितना गिरेगी।" बता दें कि घटना के बाद अस्पताल परिसर में तोड़फोड़ भी हुई थी।
क्या है महिला डॉक्टर की हत्या का मामला?
9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल में एक महिला डॉक्टर का शव मिला। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में डॉक्टर की हत्या से पहले रेप की पुष्टि हुई। उसकी आंख, मुंह, पैर, गर्दन, हाथ, कमर और निजी अंगों पर काफी चोटें थीं। मामले में पुलिस ने अस्पताल में आने-जाने वाले एक नागरिक स्वयंसेवक संजय रॉय को गिरफ्तार किया है। फिलहाल CBI को मामले की जांच सौंपी गई है। सुरक्षा समेत कई मांगों को लेकर डॉक्टर हड़ताल पर बैठे हैं।