दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को मिली जमानत
क्या है खबर?
कथित शराब नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बड़ी राहत मिली है।
राउज एवेन्यू कोर्ट ने केजरीवाल की जमानत याचिका मंजूर करते हुए उन्हें 1 लाख रुपये के जमानती मुचलके पर जमानत दे दी है।
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने केजरीवाल को इस मामले में गत 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें 10 मई को 1 जून तक के लिए अंतरिम जमानत दी थी।
चुनौती
केजरीवाल के वकील ने दी ED के सबूतों को चुनौती
केजरीवाल के वकील वरिष्ठ अधिवक्ता विक्रम चौधरी ने ED के जमानत करने के विरोध के दावों का खंडन करते हुए कहा कि ED उन आरोपों को प्रमाणित करने में विफल रही कि AAP नेताओं को शराब नीति बनाने के लिए रिश्वत मिली थी।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल के खिलाफ मामला सह आरोपी रहे लोगों के बयानों के आधार पर आधारित हैं। ऐसे में इन बयानों से आरोप सिद्ध नहीं होता है और वह संदिग्ध सत्यता के दायरे में आते हैं।
खारिज
कोर्ट ने खारिज की ED की दलील
मुख्यमंत्री केजरीवाल को नियमित जमानत का ED ने विरोध किया था, लेकिन उसके पास उनकी जमानत के खिलाफ कोई ठोस साक्ष्य नहीं था।
ED ने कहा कि उसे जमानत के विरोध में साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए 48 घंटों का समय चाहिए, लेकिन जस्टिस न्याय बिंदु ने उसकी मांग को खारिज करते हुए स्पष्ट किया कि आदेश पर कोई रोक नहीं लगेगी।
ऐसे में केजरीवाल अब जमानत प्रक्रिया पूरी होने के बाद शुक्रवार को जेल से बाहर आ सकते हैं।
प्रतिक्रिया
सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं- AAP
मुख्यमंत्री केजरीवाल को जमानत मिलने के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) ने खुशी जताई है।
पार्टी ने एक्स पर लिखा, 'सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं। भाजपा की ED की तमाम आपत्तियों को खारिज करते हुए माननीय न्यायालय ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जमानत दे दी है।'
इसी तरह दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने एक पोस्ट में 'सत्यमेव जयते' कैप्शन लिखते हुए केजरीवाल की फोटो पोस्ट की है।
प्रकरण
क्या है शराब नीति का मामला?
दिल्ली सरकार ने नवंबर, 2021 में नई शराब नीति लागू की थी। इसमें शराब के ठेके निजी शराब कंपनियों को दिए गए थे।
उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने इस नीति में भ्रष्टाचार की आशंका जताते हुए इसकी केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से जांच कराने की सिफारिश की।
बाद में ED भी जांच में शामिल हो गई। आरोप है कि दिल्ली सरकार ने शराब कंपनियों से रिश्वत लेकर उन्हें नीति के जरिए लाभ पहुंचाया और शराब के ठेके दिए।
आत्मसमर्पण
केजरीवाल ने 2 जून को किया था आत्मसमर्पण
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट से मिली 1 जून तक की अंतरिम जमानत के बीच सुप्रीम कोर्ट और ट्रायल कोर्ट में बिगड़े स्वास्थ्य का हवाला देकर जमानत अवधि बढ़ाने की मांग की थी, लेकिन उन्हें दोनों जगहों से रही राहत नहीं मिली।
ऐसे में उन्होंने 2 जून को तिहाड़ जेल में आत्मसर्पण कर दिया था।
जेल जाने से पहले उन्होंने कहा था कि वह देश को तानाशाही से बचाने के लिए जेल जा रहे हैं और इसका उनके फख्र है।