दिल्ली के पूर्व मंत्री राजकुमार आनंद की विधायकी गई, विधानसभा अध्यक्ष ने अयोग्य घोषित किया
दिल्ली की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार में मंत्री रहे राजकुमार आनंद की विधायकी चली गई है। विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने उन्हें विभासभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया है। आनंद AAP सरकार में समाज कल्याण मंत्री बनाए गए थे, लेकिन अप्रैल में मुख्यमंत्री अरविंंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद उन्होंने AAP और मंत्री पद दोनों छोड़ दिया था। इसके अलावा बसपा में भी शामिल हो गए थे। इसको लेकर विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें नोटिस जारी किया था।
विधानसभा अध्यक्ष ने क्या दिया बयान?
विधानसभा अध्यक्ष गोयल ने PTI से कहा, "उन्हें (राजकुमार आनंद) नोटिस जारी कर 10 दिन में जवाब देने को कहा गया था, लेकिन उन्होंने कोई जवाब प्रस्तुत नहीं किया। उन्हें उसी नोटिस में 11 जून को हाजिर होने के लिए भी कहा था, लेकिन उन्होंने ऐसा भी नहीं किया। उन्हें दोबारा मौका देते हुए 14 जून को पेश होने को कहा था, लेकिन वह नहीं आए। ऐसे में अब उनकी विधानसभा की सदस्यता को अयोग्य घोषित कर दिया गया है।"
राजकुमार ने AAP पर लगाए थे गंभीर आरोप?
राजकुमार ने विधानसभा चुनाव 2020 में पटेल नगर सीट से जीत हासिल की थी। राजेंद्र पाल गौतम के इस्तीफे के बाद उन्हें AAP सरकार में सामाजिक कल्याण मंत्री बनाया गया था। पिछले अप्रैल में मुख्यमंत्री केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद उन्होंने मंत्री पद और पार्टी दोनों छोड़ दी थी। उन्होंने AAP पार्टी पर भ्रष्टाचार में शामिल होने और दलित समाज की अनदेखी करने का भी आरोप लगाया था। इसके कुछ दिन बाद वह बसपा में शामिल हो गए थे।
बसपा के टिकट पर लड़ा था लोकसभा चुनाव
राजकुमार ने बसपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव 2024 में भी नई दिल्ली सीट से किस्मत आजमाई थी, लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी। उन्हें चुनाव में केवल 5,629 वोट मिले और तीसरे स्थान पर रहे। यहां से भाजपा उम्मीदवार बांसुरी स्वराज को जीत मिली है।