बेंगलुरु: ओमिक्रॉन के पहले मरीजों में शामिल रहे चिकित्सक ने बताए वेरिएंट के लक्षण
भारत में कोरोना वायरस के 32 म्यूटेंट वाले ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामलों की कुल संख्या 23 हो गई है। सभी राज्य बचाव के लिए सख्त कदम उठा रहे हैं। इसी बीच देश में ओमिक्रॉन वेरिएंट के पहले दो मामलों में शामिल रहे कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु निवासी 46 वर्षीय चिकित्सक के अब फिर से संक्रमण की पुष्टि हो गई है। हालांकि, उनकी हालत सामान्य है। यहां जानते हैं ओमिक्रॉन के संक्रमण के दौरान उनके क्या लक्षण नजर आए थे।
चिकित्सक के सोमवार को हुई दोबारा संक्रमण की पुष्टि
NDTV के अनुसार, ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित मिले चिकित्सक के लक्षण खत्म होने के बाद सोमवार को फिर से संक्रमण की पुष्टि हुई है। हालांकि, उनमें कोई लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं, लेकिन ऐहतियात के तौर पर उन्हें आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। उन्हें अगले एक सप्ताह के लिए आइसोलेशन में रखा जाएगा और फिर उनका RT-PCR टेस्ट किया जाएगा। उसकी रिपोर्ट के निगेटिव आने पर ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी जाएगी।
चिकित्सक के 2 दिसंबर को हुई थी ओमिक्रॉन से संक्रमित होने की पुष्टि
चिकित्सक ने NDTV से कहा, "2 दिसंबर को उनके सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट आने के बाद ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी, लेकिन वह 21 नवंबर को ही वायरस की चपेट में आ गए थे।" उन्होंने कहा, "21 नवंबर को मुझे लक्षण दिखने लगे थे। अगले दिन मैने RT-PCR टेस्ट कराया तो संक्रमण की पुष्टि हो गई। इसके बाद उन्होंने खुद को घर के अलग कमरे में क्वांरटाइन कर परिजनों से दूरी बना ली थी।"
"नहीं दिखा कोई भी गंभीर लक्षण"
चिकित्सक ने कहा, "मुझे तेज बुखार नहीं था। केवल शरीर में हल्का दर्द, जुकाम और हल्का बुखार था। चिंता की कोई बात नहीं है। इस वेरिएंट में अन्य वेरिएंटों की तरह सांस लेने में परेशानी नहीं हुई और न ही खांसी हुई थी।" उन्होंने आगे कहा, "मैं तीन दिन तक घर में क्वारंटाइन था, लेकिन 25 नवंबर को चक्कर आने के बाद वह अस्पताल चले गए थे। उनका ऑक्सीजन स्तर भी 96-97 था, लेकिन वह जोखिम नहीं लेना चाहते थे।"
मोनोक्लोनल एंटीबॉडी से उपचार शुरू होते ही खत्म हो गए थे लक्षण
चिकित्सक ने कहा, "25 नवंबर को अस्पताल में भर्ती होने के बाद मेरा मोनोक्लोनल एंटीबॉडी से उपचार शुरू हुआ था। अगले दिन मेरे सभी लक्षण खत्म हो गए। यहां तक हल्का बुखार या मांसपेशियों में भी दर्द नहीं था।" उन्होंने कहा, "एक सप्ताह तक कोई भी लक्षण नजर नहीं आने पर मुझे फिर से घर भेज दिया गया था। वहां मैं बिना लक्षण के रह रहा था, लेकिन सोमवार को फिर से हुए टेस्ट में संक्रमण की पुष्टि हो गई।"
"रिपोर्ट के निगेटिव आने में लगता है दो सप्ताह का समय"
चिकित्सक ने कहा, "संक्रमण के बाद रिपोर्ट के निगेटिव आने में दो सप्ताह का समय लगता है। ऐसे में मेरी रिपोर्ट निगेटिव आने में दो-तीन दिन और लग सकते हैं। तब तक मैं अस्पताल में ही रहूंगा। रिपोर्ट निगेटिव आने पर छुट्टी दी जाएगी।"
कैसे ओमिक्रॉन की चपेट में आए चिकित्सक?
चिकित्सक ने कहा, "मुझे किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आने की जानकारी नहीं है जो इस वेरिएंट से संक्रमित रहा हो। मैं काम के चलते रोजाना अस्पताल जा रहा था और संदेह है कि शायद मैं किसी ऐसे मरीज से मिला हो, जिसका यात्रा इतिहास रहा हो।" उन्होंने कहा, "मैं अब बिल्कुल ठीक हूं और मेरे संपर्क में रहे सभी लोग भी पूरी तरह से सही है। हालांकि, उन सभी की निगरानी की जा रही है।"
भारत में क्या है कोरोना संक्रमण की स्थिति?
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 6,822 नए मामले सामने आए और 220 मरीजों की मौत दर्ज हुई। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 3,46,48,383 हो गई है। इनमें से 4,73,757 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या कम होकर 95,014 रह गई है। इसी तरह ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमितों की संख्या 23 हो गई है। सरकार इसको लेकर विशेष सावधानी बरत रही है।